Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों सर्वण वोट बैंक पर निशाना साधने की कोशिश कर रहे हैं. अगले साल बिहार विधानसभा का चुनाव होने वाला है. एनडीए पहले ही सीएम उम्मीदवार के तौर पर नीतीश कुमार के नाम की घोषणा कर चुकी है. वहीं, अब नीतीश चुनाव से पहले सर्वणों को खुश करने में लगे हुए हैं. पहले ही उपेंद्र कुशवाहा का नाम राज्यसभा के लिए आगे किया जा चुका है. इसकी घोषणा खुद प्रदेश के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी कर चुके हैं. राजनीति को समझने वाले यह जानते हैं कि उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा किसके कहने पर भेजा जा रहा है.
सर्वण वोट बैंक पर नीतीश कुमार की नजर!
वहीं, अब इन राज्यसभा भेजे जाने वाले में दूसरा नाम झारखंड के बड़े नेता सरयू राय का नाम भी सामने आ रहा है, जो हाल ही में जेडीयू पार्टी में शामिल हुए हैं. वहीं, एमएलसी को लेकर भगवान सिंह कुशवाहा और मनीष वर्मा का नाम आगे चल रहा है. इन नामों से यह तो साफ हो गया है कि नीतीश कुशवाहा और कुर्मी वोट बैंक को अपने साथ रखना चाहते हैं.
विधानसभा चुनाव को लेकर नीतीश की सियासी रणनीति
वहीं, 2024 लोकसभा चुनाव में राजपूत वोटर्स की नाराजगी दूर करने के लिए नीतीश कुमार ने शिवहर से आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद को जेडीयू से टिकट दिया था. इस चुनाव में लवली आनंद की जीत भी हुई. बता दें कि आनंद मोहन को जेल से बाहर निकलवाने में भी नीतीश कुमार का हाथ बताया जाता है. इसे लेकर विपक्ष ने सीएम पर जुबानी हमला भी बोला था. चुनाव के समय भूमिहार नेता अनंत सिंह भी जेल से बाहर निकले थे. जिसे लेकर विपक्ष ने काफी हंगामा किया था. इन नेताओं पर नीतीश की मेहरबानी से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आगामी चुनाव में नीतीश सर्वणों को अपनी तरफ करना चाहते हैं.
बिहार के साथ झारखंड के लिए भी नीतीश तैयार
राज्य के साथ ही केंद्र में भी जेडीयू के समर्थन से ही एनडीए की सरकार है. इसलिए नीतीश के फैसलों पर बीजेपी भी सवाल खड़े नहीं कर रही है. बिहार के साथ-साथ नीतीश पड़ोसी राज्य झारखंड में भी जेडीयू की स्थिति मजबूत करने में जुट चुके हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव में भी जेडीयू उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. नीतीश एक बार फिर से पुराने तेवर में नजर आ रहे हैं.