पटना में 12 जून को होनी वाली विपक्षी दलों की महाबैठक को स्थगित कर दिया गया है. बैठक के स्थगित होते ही बयानबाजी शुरू हो गई है. अचानक से स्थगित हुए इस बैठक को लेकर सवाल किया जा रहा है. वहीं, अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक के स्थगित होने की वजह खुद ही बता दी है. उन्होंने कहा है कि 12 जून को जो बैठक करने वाले थे उस पर मैक्सिमम लोगों को समर्थन आ गया था. इस बैठक में विपक्षी दलों के बड़े नेताओं का शामिल होना जरूरी है. अगर बैठक में वे ही नहीं आएंगे तो कैसे चलेगा. कांग्रेस की तरफ से पार्टी के बड़े नेता शामिल नहीं हो पा रहे थे, इसलिए बैठक की तारिख को 12 जून से आगे बढ़ाया गया है.
'बैठक 12 जून के लिए हुई है स्थगित'
वहीं, आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बैठक 12 जून के लिए स्थगित हुई है आगे यह बैठक होगी. बैठक स्थगित होना कोई नई बात नहीं है. विपक्ष की बैठक भी होगी और बीजेपी के खिलाफ रणनीति भी बनेगी. शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी को आखिर विपक्ष की बैठक को लेकर इतनी हताशा और निराशा क्यों है. शक्ति सिंह यादव ने दावा करते हुए कहा कि साल 2024 में ऐसी विपक्षी एकता की बदौलत बीजेपी की सरकार सत्ता से बेदखल होगी.
सांसद सुशील सिंह का बयान
वहीं, इस पर बीजेपी सांसद सुशील सिंह का बयान भी आया है. सुशील सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने विपक्षी एकता की हवा निकाल दी है. डेट को आगे बढ़ाना एक बहाना है. कांग्रेस पार्टी पटना में होनी वाली बैठक पर राजी नहीं है. कांग्रेस चाहती है यह बैठक पटना में नहीं कहीं और हो. कांग्रेस क्षेत्रीय पार्टियों को अपने उंगली पर नचाएगी. विपक्षी एकता होने वाली नहीं है. अगर यह बैठक होती भी है तो वो सिर्फ दिखावा होगा. बैठक होने से भी कुछ होना जाना नहीं है.
HIGHLIGHTS
- बैठक में विपक्षी दलों के बड़े नेताओं का शामिल होना जरूरी - नीतीश कुमार
- पार्टी के बड़े नेता नहीं हो पा रहे थे शामिल - नीतीश कुमार
- बैठक की तारिख को 12 जून से आगे बढ़ाया गया - नीतीश कुमार
- बीजेपी के खिलाफ रणनीति भी बनेगी - आरजेडी प्रवक्ता
- बीजेपी को विपक्ष की बैठक को लेकर हताशा और निराशा क्यों - आरजेडी प्रवक्ता
Source : News State Bihar Jharkhand