उत्तर भारत में शीतलहर का कहर जारी है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से तापमान गिरावट देखी जा रही है. मैदानी इलाका कोहरे की चादर में लिपटा हुआ है. सीवान के जीरादोई में तापमान सबसे कम है. ट्रेन और फ्लाइट पर भी ठंड का असर पड़ रहा है. बिहार और झारखंड के कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं. यूपी, बिहार, झारखंड से लेकर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में घने कोहरे, शीतलहर के साथ प्रचंड ठंड पड़ रही है. खून जमा देने वाली ठंड ने जिदंगी के साथ गाड़िय़ों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है.
बिहार में शीतलहर के कहर के बीच गरीब मजदूरों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. लगातार तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. बिहार के कई जिलों में जिला प्रशासन ने बढ़ते शीतलहर को देखते हुए विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की है. दलित, गरीब समुदाय के मोहल्ले में लोग परिवार सहित आग जलाकर किसी तरह ठंड से बचने का प्रयास करते नजर आते हैं. गरीब तबके की महिलाओं का कहना है कि ठंड के कारण मजदूरी करने नहीं जा पा रहे हैं. जिससे भुखमरी की भी समस्या आ रही है, लेकिन भगवान के आगे किसी का नहीं चलता है. इसे लगातार ठंड और शीतलहर से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त है.
बिहार के पूर्णिया में भी प्रचण्ड शीतलहर का कहर जारी है. आज तापमान में भारी गिरावट देखी गई है. प्रशासन ने अलाव का इंतज़ाम किया है. दो रैन बसेरो में भी रहने की उचित व्यवस्था की गई है. वहीं, गया के इमामगंज में कड़ाके की ठंड में नेकी की दीवार लोगों के लिये बड़ा सहारा बन रही है. गरीब और जरूरतमंद को गर्म कपड़े मिल रहे हैं. लोगों की मदद के लिए गर्म कपड़े रखे गए हैं.
शेखपुरा के हसनगंज पहड़ा की तलहटी में महादलित वर्ग के डोम जाति के लोग कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. प्रशासन सुध नहीं ले रहा है. कई परिवार मुश्किल में हैं.