बिहार के कटिहार में करोड़ों खर्च के बाद भी गंगा नदी में कटाव का कहर बरकरार है. अब रिहासी इलाका क्षेत्र को लीलने को गंगा नदी बेकरार है. कटाव तेज होने से दहशतजदा गांधी टोला, बाघमारा के लोग संभावित खतरे के मद्देनजर सरकार से की कटावरोधी सार्थक कदम उठाने की मांग कर रहे हैं, जो सुनने को कोई तैयार नहीं है. कटिहार जिला का मनिहारी और आमदवाद प्रखंड तीन ओर से नदियों से घिरा हुआ है. हर वर्ष नदियों मे आनेवाली बाढ़ कटाव से बड़ी आवादी प्रभावित होती है. मनिहारी अनुमंडल और आमदवाद का बड़ा भाग प्रायः हर वर्ष बाढ़ कटाव की विनाशलीला से जूझता आया है. दशकों से गंगा मे आई बाढ़ व कटाव के कारण इस क्षेत्र का हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि कटाव के कारण गंगा में समा चुकी है.
कृषि पर आधारित लोगों का खेत घरबार नदी में समा जाने से किसान मजदूरी करने को विवश हैं. वहीं पेट की आग बुझाने के लिए रोजगार की तलाश में पीड़ित परिवारों का रोजगार की तलाश में शहरों के साथ-साथ महानगरों की ओर पलायन बढ़ता जा रहा है. कटाव से उत्पन्न विस्थापन की समस्या से लोग खानाबदोशों का जीवन जीने को मजबूर हैं. लोग ऊंचे स्थलों, बांध, रेलवे लाइन के साथ-साथ सड़क किनारे की भूमि पर शरण लिए हैं. मनिहारी सिंगल टोला से केवाला घाट दिलारपुर तक नदी किनारे कटाव तेज होने से पास बसे गांव के हजारों लोग दहशतजदा है.
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हालांकि उक्त स्थल पर कटाव रोकने लिए करोड़ों की राशि खर्चकर कटाव रोकने के प्रयास किये गये, लेकिन यह धरातल पर कारगर साबित नहीं हो पा रहे हैं. जल स्तर कम होने से एकबार फिर कटाव शुरू हो जाने से गांधी टोला, सिंगलटोला, बाघमारा के लोग दहशत में हैं. इस मामले को लेकर मनिहारी अनुमंडल पदाधिकारी कुमार सिद्धार्थ, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार ने सूचना पाकर कटाव स्थल का दौराकर धरातलीय स्थिति की जानकारी ले रहे हैं. श्री कुमार ने बताया कि बस्तु स्थिति से जिला पदाधिकारी को अवगत करा दिया गया है. संबंधित विभाग के अभियंता को भी तत संबंधी जानकारी देते हुए आवश्यक कदम उठाये जाने को कहा गया है. स्थानीय मानस कुमार ने कहा कि गंगा का कटाव रिहायशी क्षेत्र से महज कुछ दूरी रह जाने से डर सताने लगा है.
रिपोर्टर- नीरज झा
HIGHLIGHTS
. गंगा नदी में कटाव का कहर बरकरार
. सरकार से सार्थक कदम उठाने की मांग
Source : News State Bihar Jharkhand