राजधानी पटना के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है तो सोचिए अन्य जिलों में स्कूलों का क्या हाल होगा. इतना ही नहीं बारिश के मौसम में स्थिति और भी खराब हो जाती है. हालत ऐसी कि बच्चे पढ़े तो पढ़े कैसे. ऐसा हाल मोगलपुरा के महिला चरखा समिति मध्य विद्यालय का है, जहा जर्जर भवन में बच्चे पढ़ने को मजबूर है. छात्राओं के साथ कभी भी अनहोनी हो सकती है. इसी वजह से अभिवावक अपने बच्चों को स्कूल भी नहीं भेजना चाहते हैं. स्कूल की दीवार कभी भी गिर सकती है. हालांकि इसकी शिकायत अधिकारियों से भी की गई, लेकिन कोई असर नहीं हुआ. जब पटना सिटी के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है तो लोग सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर स्कूल में बच्चे कैसे पढ़ें.
छात्राओं के साथ कभी भी घट सकती है अनहोनी
देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. स्कूली बच्चे राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगा रहे हैं. दरअसल आपको बता दें कि पटना सिटी के मोगलपुरा स्थित महिला चरखा समिति मध्य विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका है. इसी जर्जर भवन में छात्राएं पढ़ने को मजबूर है, लेकिन क्या प्रशासन किसी अनहोनी घटना के घटित होने का इंतजार कर रही है. शायद इसी वजह से अभिवावक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं. इतना ही नहीं जब भी बारिश का मौसम आता है, स्कूल के छतों से कक्षा में पानी टपकने लगता है. वहीं, कभी दीवार गिर जाती है तो कभी छत. ऐसे में हमेशा जान को जोखिम में डालकर बच्चे कैसे पढ़ाई करें. इसकी शिकायत अधिकारियों से भी की गई, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
राजधानी पटना के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल
अब ऐसे में बच्चे कैसे पढ़ने आएंगे, जहां ना स्कूल भवन है और ना ही शिक्षा की उचित व्यवस्था. इसीलिए शायद बच्चे अच्छे भवन और अच्छे शिक्षा की मांग कर रहे हैं. ताकि उनके भविष्य से खिलवाड़ ना हो. अब देखने वाली बात होगी कि कब तक इस शिक्षा के मंदिर का जीर्णोद्धार सरकार की तरफ से किया जाएगा ताकि बच्चे अच्छे शिक्षा और किसी भी डर के बिना स्कूल में बैठकर पढ़ाई कर सके.
HIGHLIGHTS
- पटना में सरकारी स्कूल का हाल बेहाल
- कभी भी हो सकती है अनहोनी
- सीएम के खिलाफ छात्राओं ने की नारेबाजी
Source : News State Bihar Jharkhand