बिहार (Bihar) में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) से पहले सूबे के विपक्षी दलों में टूट पड़ सकती है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के 5 विधायकों समेत कई नेताओं ने बागी तेवर दिखाए हैं. रविवार को बिहार में पर्यावरण के साथ-साथ नशामुक्ति, बाल विवाह रोकथाम-दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर बिहार में बनी दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला (Human Chain) में सरकार के मंत्री और नेताओं के अलावा विपक्ष दलों के विधायकों ने भी भाग लिया. राजद के तीन विधायक और एक एमएलसी के साथ कांग्रेस (Congress) के दो विधायकों ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ जाकर नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना का समर्थन किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की भी जमकर तारीफ की.
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मानव श्रृंखला में दरभंगा के केवटी से राजद विधायक फराज फातमी, गया घाट से विधायक माहेश्वर यादव, पातेपुर से विधायक प्रेमा चौधरी के अलावा बक्सर से कांग्रेस विधायक मुन्ना तिवारी और नवादा से पूर्णिमा यादव ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. जमुई में राजद के एमएलसी संजय प्रसाद भी मानव श्रृंखला के दौरान कतार में लगे. जब इस बारे में विधायकों से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पर्यावरण के मुद्दे पर हम सभी को साथ रहना होगा. उन्होंने कहा कि राजनीति अपनी जगह है और पर्यावरण की बात अलग है.
बता दें कि जल-जीवन-हरियाली अभियान और नशा मुक्ति अभियान के पक्ष में तथा बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के विरोध में रविवार को 5,16,71,389 बिहारवासियों ने ऐतिहासिक 18,034 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई. पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुब्बारों का गुच्छों को आसमान में उड़ाकर इस श्रृंखला की शुरुआत की. गांधी मैदान में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, जलपुरुष राजेंद्र सिंह सहित कई मंत्री और अधिकारी उपस्थित रहे.
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बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने दावा किया कि 18,034 किलोमीटर लंबी मानव श्रंखला बनाई गई, जिसमें 57,76,788 लोगों ने एक-दूसरे के हाथ पकड़े खड़ा हुए. उन्होंने कहा कि एक बार फिर बिहार ने इतिहास बनाया और विश्व की सबसे बड़ी श्रंखला बनाकर कीर्तिमान स्थापित किया है. कुमार ने बताया कि मानव श्रृंखला निर्माण में पहले स्थान पर पटना जिला रहा, जहां 27,87,000 लोगों ने हिस्सा लिया. जबकि समस्तीपुर में 27,80,000 लोग, मुजफ्फरपुर में 24,57,000 लोग, सारण जिला में 24,33,000 लोग तथा रोहतास जिले में 23,24,000 लोगों ने हिस्सा लिया.