बिहारशरीफ के सदर अस्पताल में एक सिपाही और वकील के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला है. किसी बात को लेकर अस्पताल में ही दोनों भिड़ गए और बहसबाजी शुरू हो गई. इतना ही नहीं दोनों के बीच लात घुसे भी चले जिसके बाद अस्पताल के गॉर्ड के द्वारा बीच बचाव कर मामला शांत करवाया गया. घटना मध्य निषेध विभाग के सिपाही के बिच हुई है. वकील के द्वारा ये आरोप लगाया गया कि उत्पाद अधिनियम में पकड़े गए किशोर की पिटाई की गई है.
वकील और सिपाही आपस में भिड़ गए
दरअसल सदर अस्पताल कैंपस में उस वक्त अफरा तफरी मच गई. जब एक वकील और एक सिपाही आपस में भिड़ गए, दोनों के बीच हाथापाई भी हुई. इस दौरान अस्पताल में तैनात गार्ड द्वारा बीच बचाव कर मामला को शांत कराया गया. बताया जा रहा है कि नूरसराय थाना क्षेत्र के अंधना गांव से एक नाबालिग को उत्पाद विभाग की टीम द्वारा पकड़ा गया और उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल लाया गया. जहां जितेंद्र कुमार अधिवक्ता भी पहुंचे और बालक से घटना की जानकारी ली.
दोनों के बीच खूब हुई मारपीट
इसी दौरान उत्पाद विभाग के सिपाही प्रमोद कुमार ने वकील की फोटो खींच ली और फोटो खींचने के बाद अधिवक्ता ने उसे डिलीट करने को कहा इसी बात को लेकर दोनो में विवाद शुरू हो गया और मामला इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच मारपीट होने लग गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद उत्पाद विभाग के दरोगा मौके पर पहुंचे और अधिवक्ता व सिपाही को अपने साथ ले गए. वहीं, पकड़ा गए बालक का कहना है कि इसके पास से शराब बरामद हुआ ही नहीं है. बावजूद इसके पकड़कर थाने लाया गया और उसके साथ मारपीट भी की गई.
दोनों ने एक दूसरे पर लगाए आरोप
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि मारपीट के बाद बच्चा घायल हो गया था जिसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था. जहां अधिवक्ता और बालक का वीडियो बनाकर सिपाही सोशल मीडिया पर डाला रहा था. जब कि दूसरी तरफ सिपाही का कहना है कि अधिवक्ता बच्चे से गलत बातें लिखवा रहे थे जब मैंने विरोध किया तो मुझसे उलझ गए और मारपीट पर उतर आये.
HIGHLIGHTS
- अस्पताल में ही सिपाही और वकील आपस में भिड़ गए
- सिपाही और वकील के बीच हाथापाई भी हुई
- फोटो डिलीट करने को करने को लेकर शुरु हुआ था विवाद
Source : News State Bihar Jharkhand