बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने एक बार फिर रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने रामचरितमानस की तुलना पोटैशियम सायनाइड से की है. आपको बता दें कि बिहार में हिंदी दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. वहीं शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पचपन तरह का व्यंजन परोस कर उसमें पोटैशियम सायनाइड मिला दीजिए तो क्या होगा, हिंदू धर्म ग्रंथ का हाल भी ऐसा ही है. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस को लेकर मेरी आपत्ति है और जीवन भर रहेगी.
पहले भी दे चुकें हैं विवादित बयान
वहीं, आगे शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने ये भी कहा कि जब तक गटर में उतरने वालों की जातियां नहीं बदली जाएंगी तब तक इस देश में आरक्षण और जातीय गणना की जरूरत पड़ती रहेगी. आपको बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर का विवादों से पुराना नाता रहा है. इससे पहले भी वो रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं. इसी साल जनवरी महीने में उन्होंने नालंदा ओपन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए रामचरितमानस पर एक बयान दिया था. जिस पर काफी सियायत हुई थी.
बीजेपी ने साधा निशाना
वहीं, अब इस मामले पर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रोफेसर चंद्रशेखर के बयान को जहरीला बतायाय. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस पर चंद्रशेखर लगातार जहरीला बयान दे रहें हैं क्या नीतीश कुमार को ये सुनाई नहीं पड़ रहा? नीतीश कुमार लगातार सनातन का अपमान करवा रहे हैं, मंत्री को अगर इतनी ही समस्या है तो धर्म परिवर्तन कर लें. वहीं, बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि शिक्षा मंत्री खुद समाज के लिए पोटेशियम साइनाइड हैं और यह राजद का कल्चर है. जिस तरीके से अपराधियों का मनोबल बिहार में बड़ा है वह सिर्फ रजत के नेताओं के कारण बढ़ा है. यह पार्टी पूरे बिहार के लिए साइनाइड है.
HIGHLIGHTS
- रामचरितमानस है पोटेशियम साइनाइड!
- बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने फिर किया रामचरितमानस का अपमान
- लगातार रामचरितमानस पर कर रहे हैं आपत्तिजनक टिप्पणी
Source : News State Bihar Jharkhand