बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृहमंत्रालय के फैसले का स्वागत किया करते हुए कहा कि, गृहमंत्रालय के इस फैसले से अब दूसरे राज्यों में फंसे लोग अपने घरों को आसानी से जा सकेंगे. पिछले एक महीने से देश में आए कोरोनावायरस (Corona Virus) के संक्रमण की वजह से देश में लॉक डाउन (Lock Down) चल रहा है जिसकी वजह से कई राज्यों के मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हैं. लॉक डाउन (Lock Down) की वजह से काम-धाम हर जगह ठप है. इस वजह से प्रवासी मजदूर और भी ज्यादा परेशान हो गए हैं. इन मजदूरों का रोजगार तो गया ही साथ में जो पैसे बचाए थे वो भी लॉकडाउन की वजह से खर्च हो गए हैं. ऐसे में वो लगातार अपने घरों को लौटने के लिए सरकार से अपील करते आ रहे हैं.
गृहमंत्रालय के इस फैसले के बाद से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूसरे राज्यों में कोरोना संकट की वजह से किए गए लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आवागमन को केंद्र के जरिए दी गई छूट का स्वागत किया है. आपको बता दें कि 27 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी जिसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने यह मुद्दा उठाया था, कि प्रवासी मजदूरों को उनके घरों पर वापसी करवाई जाए.
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नीतीश ने की केंद्र की तारीफ
गृहमंत्रालय के इस फैसले की तारीफ करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार का आग्रह माना, इसके लिए उन्हें धन्यवाद. उन्होंने आगे कहा कि केंद्र के इस फैसले से दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों, श्रद्धालुओं और को बड़ी राहत मिली है. बिहार ने हमेशा केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन किया है. वहीं नई गाइडलाइन जारी होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास कोई और बहाना नहीं बचा है कि वो अपने यहां के कामगारों और मजदूरों को वापस न लाएं.
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मजदूरों की घर वापसी पर मिलेगी राहत
आपको बता दें कि इसके पहले नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से अप्रवासी मजदूरों के लिए अलग से नीति बनाने की मांग की थी उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार के लॉकडाउन नियमों का अनुपालन किया जा रहा है और जब तक गाइडलाइन के नियमों में बदलाव नहीं किया जाएगा, तब तक दूसरे राज्यों से अप्रवासियों का आना संभव नहीं होगा. इसके बाद उन्होंने आगे कहा कि हमने केंद्र सरकार से सकारात्मक निर्णय लेने की बात कही थी. इससे बड़ी संख्या में फंसे हुए बिहार के मजदूर अपने घरों को आसानी से वापसी करेंगे और उन्हें राहत मिलेगी.