बिहार में बढ़ते कोरोना (Coronavirus Cases) मामलों को देखते हुए नीतीश सरकार (Nitish Government) ने राज्य में स्कूल-कॉलेज बद रखने का फैसला किया हैं. 18 अप्रैल तक बिहार में सभी स्कूल-कॉलेज (Schools Colleges) और कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे. वहीं धार्मिक स्थलों को भी बंद रखने का फैसला किया गया है. इसके अलावा राज्य में दुकानें शाम 7 बजे तक खुले रहेंगे. ये नियम 30 अप्रैल तक लागू रहेगा. बिहार में नाईट कर्फ्यू को लेकर सीएम नीतीश (CM Nitish Kumar) ने कहा कि फिलहाल इसे लागू नहीं किया जाएगा. अगर हालात बिगड़े तो और सख्त कदम उठाए जाएंगे.
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बिहार सरकार के फैसला के मुताबिक, अंतिम संस्कार में 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी और शादी में 200 लोग ही शामिल हो पाएंगे. वहीं सभी सरकारी कर्मचारी 35% बारी-बारी उपस्थित होंगे. वहीं प्राइवेट संस्थानों में 33 उपस्थिति रहेगी. इसके अलावा दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य रहेगा .ढाबा में 25 % और सिनेमा घरों में 50% उपस्थिति होगी. होम डिलवरी को बंद किया जाएगा और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में क्षमता के 50 प्रतिशत लोग ही बैठेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने कोरोना को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की हैं. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि देश-दुनिया में कोरोना तेजी से फैल रहा है. बिहार में भी मामला तेजी से बढ़ रहा है. पटना में भी कोरोना की रफ्तार तेज है. बिहार के रहने वाले कई लोग राज्य के बाहर हैं, वो सभी लोग अब वापस घर लौट रहे हैं. इसके लिए बिहार सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है. हमारी सरकार ने रेलवे स्टेशन पर ही टेस्टिंग की व्यवस्था की है. जो लोग पॉजिटिव पाए जाएंगे, उनके इलाज की व्यवस्था की गई है.
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सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अनुमंडल स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है. कोरोना से जुड़ें सभी नियम 30 अप्रैल तक जारी रहेगा बाकि हालात को देखते हुए उसके बाद आगे का निर्णय लेंगे.
मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि बिहार सरकार अधिक से अधिक टेस्ट कराने पर फोकस कर रही हैं. 11 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच टीका उत्सव मनाया जाएगा. बता दें कि पीएम मोदी ने बैठक में कहा था कि 11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले जी की जयंती है और 14 अप्रैल को अंबेडकर जी की जयंती है. 11 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच हमें टीका उत्सव मनाएं. इस दौरान वैक्सीन की बर्बादी शून्य हो. अधिक से अधिक वैक्सीनेशन हो. इससे वातावरण बदलने में काफी मदद मिलेगी.
बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने के मद्देनजर सरकार की ओर से की जा रही सख्ती के कारण वहां रह रहे बिहार के लोग वापस अपने घर लौटने लगे हैं. ऐसी स्थिति में वहां से आने वाले लोगों की कोरोना जांच के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद है. पटना रेलवे स्टेशन और पटना हवाई अड्डे पर महाराष्ट्र से लौटे 23 यात्रियों को कोविड-19 संक्रमित पाया गया है. पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह ने शुक्रवार को बताया कि कुर्ला-पटना एक्सप्रेस, जो रात एक बजे पटना पहुंची, के 655 यात्रियों की कोरोना जांच की गई. इसमें 17 कोरोना पॉजिटिव पाए गए. उन्होंने बताया कि मुंबई से पटना पहुंचे छह विमान यात्रियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है.