वैश्विक महामारी कोरोना की जन्मभूमि चीन इन दिनों कोविड-19 के प्रकोप से त्राहिमाम कर रहा है. चीन में लगातार कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसे लेकर पूरी दुनिया सहमी हुई है. वहीं, देश के प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को अलर्ट किया है. इसके साथ ही सभी राज्य के सीएम भी कोविड-19 को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर चुके हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी लगातार कोरोना से निपटने के लिए निर्देश दे रहे हैं. इसी बीच वैशाली जिला, जिसे स्वास्थ्य विभाग का मुखिया बनाया गया है, वह खुद ही कंफ्यूज दिख रहे हैं.
वैशाली सिविल सर्जन डॉ श्याम नंदन प्रसाद से जब कोविड-19 की तैयारी को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि महुआ में 30 बेड की व्यवस्था का आदेश दिया गया है, जहां ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने यह नहीं बताया कि हाजीपुर सदर अस्पताल में कोरोना से लड़ने के लिए क्या व्यवस्था की जा रही है.
वहीं, इसके अलावा जब उनसे ऑक्सीजन प्लांट को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने पहले कहा बंद नहीं है, फिर कहा बंद है, लेकिन एक तरफ चालू है. फिर खुद ही कहा कि भवन निर्माण किया जा रहा है. जिसकी वजह से पाइप हटाया गया है. इसी के साथ बात को टालते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि गैस प्लांट जो बंद है, उसे हम लोगों को नहीं जोड़ना है. हम लोग रोज लिख रहे हैं, रोड बनाने वाला जोड़ेगा. जब उसका आदमी आएगा तो जोड़ देगा, लेकिन साहब ने यह नहीं बताया कि कोविड-19 दरवाजे पर खड़ी है और ऑक्सीजन का पाइप कब जोड़ा जाएगा.
बता दें कि 7 अक्टूबर, 2021 को यह ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया गया था, जिसमें 960 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन बनाने की क्षमता है. खास बात यह है कि इससे मिलने वाले ऑक्सीजन की शुद्धता 93% है.
HIGHLIGHTS
- देश को कोविड-19 से बचाव के लिए अलर्ट किया
- हाजीपुर में कोविड तैयारियों को लेकर लापरवाही
- वैशाली जिला स्वास्थ्य विभाग के CS दिखें कंफ्यूज
Source : News State Bihar Jharkhand