भाकपा माले, इंसाफ मंच तथा AIPF के संयुक्त बैनर तले PFI नेता नूरउद्दीन जंगी सहित फुलवारी शरीफ कांड में गिरफ्तार लोगों को रिहा करने की मांग को लेकर प्रतिवाद मार्च निकाला गया है. मार्च पोलो मैदान से निकलकर शहर के विभिन्न चौक चौराहे होते हुए लहेरियासराय टावर पहुंचा. प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी मुस्लिम समुदाय को टारगेट करना बंद करो, दरभंगा के वकील नूरउद्दीन जंगी को बिना शर्त रिहा करो, आदि नारे लगाकर अपनी आवाज को बुलंद कर रहे थे.
नागरिक प्रतिवाद मार्च में शामिल भाकपा माले नेता देवेंद्र कुमार ने कहा कि आज पूरे बिहार में आतंकी के झूठे आरोप में लोगों को फसाया जा रहा है. पटना के फुलवारीशरीफ में निर्दोष लोगों को आतंकवाद के नाम पर गिरफ्तार किया गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि दरभंगा के पेशे से वकील नूरउद्दीन जंगी को यूपी से आतंकी के नाम पर गिरफ्तार किया गया है, जो कही से भी उचित नहीं है. अधिवक्ता का काम है न्याय के लिए केस लड़ना और लोगों को न्याय दिलाना, लेकिन इस देश के अंदर भाजपाई साजिश जो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कर देश को बदनाम कर के 2024 के मिशन को तय करना चाहती है.
वहीं, देवेंद्र कुमार ने कहा कि भाजपा की मंशा तथा सरकार के खिलाफ आज हम लोग धर्मनिरपेक्ष, लोकतंत्र और न्याय को बचाने के लिए, निर्दोष लोगों की रिहाई के लिए प्रतिवाद मार्च निकाला है. वहीं, उन्होंने कहा कि जब तक सरकार गिरफ्तार लोगों के खिलाफ सबूत पेश नहीं करती तब तक गिरफ्तार लोगों को रिहा करें. अगर सरकार ऐसा नही करती है तो, देश के अंदर भाजपाई संप्रदायिक ध्रुवीकरण के खिलाफ ताकतों को मजबूत करते हुए भाजपाई साजिश को नाकाम करने का काम किया जाएगा.
Source : News Nation Bureau