बिरौल थाना क्षेत्र के शिवनगरघाट से 12 लाख के लूटे गये जेबरात के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पूर्णिया पुलिस द्वारा लूटकांड मे पकड़े गये 14 अपराधियों मे दो अपराधियों ने शिवनगर में हुई लूट के मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया हैं. शातिर के पास से लूट के ढाई किलो चांदी को बरामद हुआ है. जिसे स्वर्ग व्यवसाई ने पहचान किया है. उक्त बातों की जानकारी देते हुए बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी बताया कि जल्द ही दरभंगा पुलिस अंतर राज्यीय गिरोह के दोनों शातिर को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. वहीं, बिरौल एसडीपीओ मनीष चंद्र चौधरी ने कहा कि 25 सितंबर को शिवनगर घाट स्थित स्वर्ण व्यवसाई से बदमाशों ने सोने-चांदी की लूट की घटना को अंजाम दिया था.
लूटकांड की घटना का हुआ खुलासा
जिसके बाद पुलिस ने कई जगहों का सीसीटीवी खंगाला और तकनीकी जांच शुरू की. उसी दौरान सीसीटीवी फुटेज में पाया गया कि एक बुल्लेट पर सवार दो अज्ञात और एक पल्सर पर दो अज्ञात वादी के आगे आगे जा रहें हैं. उन्होंने बताया कि इस सूचना को कई जिलों में प्रसारित किया गया था. इसी क्रम में उन्हें सूचना मिली कि पूर्णिया जिले मे कारित लूटकांड के एक मामले में 14 अपराधकर्मी गिरफ्तार हुए है. पूर्णिया पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ कि तो शिवनगर घाट पर सोना चांदी व्यापारी से हुई लूट कांड में शातिर ने अपनी संलिप्ता को स्वीकार किया.
उड़ीसा से आए थे अपराधी
वहीं, उन्होंने कहा कि घटना में शामिल बुलेट और पल्सर मोटरसाइकिल की पहचान कर लिया गया हैं. उन्होंने बताया कि शातिर उड़ीसा राज्य के जाजपुर जिला के कोरई थाना अंतर्गत पुरवोंगढ़ गांव निवासी स्व. भोला दास के पुत्र काली दास और स्व. माइकल शक्ति के पुत्र माईकल नागराज की रूप में पहचान हुई है. पूर्णिया जेल मे बंद दोनों बदमाशों को रिमांड पर लेकर अन्य अभियुक्तों के बारे में पता लगाया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- दरभंगा पुलिस की बड़ी कामयाबी
- लूटे गए सोने-चांदी मामले में रहस्यों से उठा पर्दा
- शातिरों ने दिया था घटना को अंजाम
Source : News State Bihar Jharkhand