वैसे तो कुत्ते की वफादारी से सब वाकिफ है. दुनिया के अंदर शायद ही कोई ऐसा जीव होगा, जिसकी वफादारी कुत्ते से बढ़कर होती है. अगर वफादारी की बात की जाए तो कुत्ता इंसानों से भी ज्यादा वफादार होता है. इंसान लालच में फंसकर अपनी वफादारी छोड़ देते हैं लेकिन कुत्ते ऐसा नहीं करते हैं. अब अगर बात करें बिहार की तो बिहार में आवारा कुत्तों के आतंक से पूरा देश परेशान है. अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच चुका है, लेकिन इस विकराल होती समस्या का कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा है. वहीं दिल्ली में भी आवारा कुत्तों का आतंक जारी है, कई लोग कुत्तों का शिकार बन चुके हैं. ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया जब एक वकील पट्टी बांधकर कोर्ट पहुंचे. जब चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने उनसे इसका कारण पूछा तो वकील ने बताया कि, उन पर पांच आवारा कुत्तों ने हमला किया था.
इसके साथ ही आगे चीफ जस्टिस ने वकील से कहा कि, ''अगर उन्हें किसी तरह के मेडिकल इलाज की जरूरत है तो बताएं. जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने भी कहा कि आवारा कुत्तों की समस्या बेहद गंभीर है. इस बीच देश के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी गाजियाबाद में कुत्ते के काटने से एक बच्चे की मौत की बात कही.'' वहीं आगे उन्होंने कहा कि, ''कुत्ते के काटने से बच्चे को रेबीज का संक्रमण हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई.''
आपको बता दें कि आवारा कुत्तों के कारण लोगों में दहशत का माहौल है. अब शहरों के साथ-साथ गांवों में भी आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है. वहीं बच्चों के साथ-साथ अब बड़े भी इन आवारा कुत्तों के शिकार बन रहे हैं. बता दें कि, आवारा कुत्ते हर गली, मोहल्ले, चौक-चौराहों पर देखे जा सकते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से इस मुद्दे पर कहीं भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ऐसे में अब लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही हैं. अब तो कई लोग कुत्तों को देखकर अपना रुख भी बदल लेते हैं.
HIGHLIGHTS
- बिहार में आवारा कुत्तों के आंतक
- हजारों लोगों को बनाया अपना शिकार
- सुप्रीम कोर्ट ने जताई चिंता
Source : News State Bihar Jharkhand