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सिंचाई विभाग की लापरवाही से फसल हुई बर्बाद, किसानों ने की मुआवजे की मांग

मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड क्षेत्र के बरदाहा पंचायत अंतर्गत पिपराही चकला वार्ड नंबर 13 में सिचांई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से नहर की बांध टूटने से सैकड़ों किसानों की लाखों रुपये से ज्यादा की गेहूं और मक्का की फसल बर्बाद हो गई.

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Vineeta Kumari
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सिंचाई विभाग की लापरवाही से फसल बर्बाद( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)

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मधेपुरा जिले के घैलाढ़ प्रखंड क्षेत्र के बरदाहा पंचायत अंतर्गत पिपराही चकला वार्ड नंबर 13 में सिचांई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से नहर की बांध टूटने से सैकड़ों किसानों की लाखों रुपये से ज्यादा की गेहूं और मक्का की फसल बर्बाद हो गई. जहां सभी किसानों ने सिचांई विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए मुआवजे की मांग की. यह खबर मधेपुरा से है, जहां जिले के घैलाढ़ प्रखंड क्षेत्र के बरदाहा पंचायत अंतर्गत पिपराही चकला वार्ड नंबर 13 में सिचांई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण नहर की बांध टूटने से सैकड़ों किसानों की गेहूं और मक्का की फसल बर्बाद हो गया. लाखों रुपये से ज्यादा की गेहूं और मक्का की फसल बर्बाद हो गई.

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किसानों ने की मुआवजे की मांग

किसानों ने सिचांई विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए मुआवजा दिलाने की मांग की है. गांव के सैकड़ों किसान सबुरी तांती, माधव तांती ,गजो तांती, सुरेश तांती, उमेश तांती, सुनील तांती, शिवम तांती, सुरेंद्र तांती, विजय तांती, उपेंद्र तांती, आदि सैकड़ों पीड़ित किसानों ने बताया कि हम लोगों का खेत नहर के किनारे स्थित है. कई दिनों से सिंचाई विभाग द्वारा नहर में पानी छोड़ा जा रहा था, लेकिन अधिकारियों द्वारा नहर की बांध को समय-समय पर मरम्मत ना कराने की वजह से नहर का बांध टूट गया. इससे पहले भी कई बार नहर का बांध टूट चुका है, फिर भी अधिकारी उदासीन बने रहते हैं.

सिंचाई विभाग की लापरवाही से फसल हुआ बर्बाद

नहर की बांध टूटने से सैकड़ों किसानों के करीब कई बीघा खेतों में पानी भरने से फसल जलमग्न हो गई. अत्याधिक पानी के कारण किसानों की गेहूं व मक्का की फसल बर्बाद होने से लाखों रुपये की क्षति होने की अनुमान लगाई जा रही है. किसानों ने सिंचाई विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि नहर की बांध टूटने की सूचना देने के कई घंटे बाद भी सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने नहर को बंद नहीं किया. यदि सूचना पर ही नहर को बंद कर दिया जाता तो किसानों की फसल कम नुकसान होता. पीड़ित किसानों ने जिलाधिकारी से मुआवजा दिलाये जाने की मांग की है. वहीं, इस संबंध में सिंचाई विभाग के जेईई रमेश कुमार ने बताया कि नहर की बांध टूटने की खबर ग्रामीणों के द्वारा मिली है हम लोग लगातार नहर की बांध बांधने का प्रयास कर रहे हैं. नहर की बांध जल्द ही बांध दिया जाएगा.

HIGHLIGHTS

  • सिंचाई विभाग की लापरवाही से फसल बर्बाद
  • किसानों ने की मुआवजे की मांग
  • गेहूं व मक्का की फसलों की क्षति

Source : News State Bihar Jharkhand

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