बिहार के राजगीर स्थित सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में एक जवान पर गर्म पानी फेंकने के आरोपी डीआईजी रैंक के अधिकारी डीके त्रिपाठी पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने कार्रवाई की है. इस मामले में सीआरपीएफ ने डीआईजी डीके त्रिपाठी का तबादला कर दिया है. उन्हें बिहार के मोकामाघाट स्थित उनकी मौजूदा पोस्टिंग से मणिपुर और नागालैंड सेक्टर में स्थानांतरित किया गया है. बताया जा रहा है कि अभी इस मामले की विस्तृत जांच लंबित है.
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सीआरपीएफ मुख्यालय की ओर से डीआईजी के तबादले के आदेश जारी कर दिए गए हैं. आदेश के अनुसार, उप महानिरीक्षक (डीआईजी) डी. के. त्रिपाठी को बिहार के मोकामाघाट स्थित उनकी मौजूदा पोस्टिंग से मणिपुर और नागालैंड सेक्टर में स्थानांतरित किया गया है. हालांकि सीआरपीएफ मुख्यालय ने अपने आदेश में आरोपी अधिकारी को उनके नए पदभार के लिए सफलता की शुभकामनाएं दीं हैं. अधिकारियों ने बताया कि महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के बाद डीआईजी का स्थानांतरण कर दिया गया. घटना की पूर्ण जांच अभी जारी है. यह पूछे जाने पर कि आरोपी अधिकारी को स्थानांतरण के साथ शुभकामनाएं क्यों दी गईं. इस पर सूत्रों के कहा कि स्थानांतरण और नियुक्ति के आदेश का ये एक मानक प्रारूप है.
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राजगीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रशिक्षण केंद्र पर 64 बटालियन के जवान अमोल खराट अटैच ड्यूटी के तहत कार्यरत हैं. इस सीआरपीएफ कैंप पर परीक्षाएं संचालित हो रही थीं. इसके लिए बनाए गए बोर्ड में बाहर से भी कई अधिकारी आए थे. पीड़ित अमोल की ड्यूटी जीओ मैस में लगी थी. यहां आए डीआईजी त्रिपाठी मैस में पहुंचे थे तो उन्हें किसी बात पर गुस्सा आ गया था. सूत्रों के मुताबिक, डीआईजी ने गर्म पानी मंगाया था. जवान ने उन्हें एक थर्मस में गर्म पानी दिया, तभी डीआईजी साहब ने कथित तौर पर गुस्से में जवान के ऊपर वह पानी फेंक दिया था. बताया गया कि डीआईजी डीके त्रिपाठी ने ज्यादा गर्म पानी पीने से अपना मुंह जलने पर पानी देने वाले जवान के चेहरे पर कथित तौर पर गर्म पानी फेंका था. इस घटना में जवान अमोल खरात का चेहरा और छाती जल गई थी.
Source : News Nation Bureau