बिहार, झारखंड का भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के मोस्ट वांटेड नक्सली संदीप यादव की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी एवं मध्य जोन के प्रभारी शीर्ष नक्सली नेता संदीप यादव उर्फ विजय यादव का शव बुधवार की रात उसके पैतृक गांव बांकेबाजार थाना क्षेत्र के बाबूरामडीह के समीप जंगल से बरामद किया गया है. बताया जाता है कि उसके दोनों पैर बंधे थे तथा चेहरे पर कई निशान थे.
पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि संदीप उर्फ विजय यादव की मौत के कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन उसके परिजनों ने दवा के रिएक्शन के कारण मौत बता रहे हैं. कुछ लोग हत्या की भी बात कह रहे हैं. मृतक के पुत्र सोनू कुमार ने शव की पहचान की है. शव की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है.
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भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता संदीप यादव उर्फ विजय यादव की तलाश पुलिस को पिछले 25 सालों से अधिक समय से थी. संदीप यादव पर बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में 50 लाख से अधिक का इनाम था. संदीप यादव को पकड़ने के लिए कई राज्यों की पुलिस परेशान थी. बांके बाजार पुलिस अधिकारी अमरजीत चौधरी ने बताया कि मौत के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा.
HIGHLIGHTS
- 25 वर्षों से नक्सली की पुलिस को थी तलाश
- कई राज्यों की पुलिस ने घोषित कर रखा था इनाम
- जंगल में मरे पड़ा मिला नक्सली कमांडर
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