लद्दाख के लेह में शहीद हुए एनएसजी कमांडो दीपक कुमार सिंह का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शव आज गोपालगंज पहुंचा, जिसके बाद पूरे जिले में कोहराम मच गया. पार्थिव शव को बरौली थाना क्षेत्र के भड़कुंइया गांव में लाया गया. जहां दीपक कुमार को सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. हजारों की संख्या में लोग शहीद दीपक सिंह के पार्थिव शव के दर्शन पाने के लिए पहुंचे. पूरा गांव जय हिंद, वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा. लोगों ने वीर सपूत दीपक सिंह अमर रहे के जयकारों के साथ शहीद की अंतिम यात्रा निकाली. इस दौरान एक ओर गांव के हर शख्स को देश के लिए दिए गए दीपक सिंह के बलिदान पर गर्व था तो दूसरी ओर उसके सबको छोड़कर जाने का गम भी आंखों में झलक रहा था.
बर्फबारी के दौरान हुआ था कार हादसा
आपको बता दें कि बीती चार जनवरी की सुबह लद्दाख के लेह में भारी बर्फबारी के दौरान कार हादसा हुआ था. जिसमें गोपालगंज के भड़कुंइया निवासी प्रहलाद सिंह के पुत्र दीपक सिंह की मौत हो गई थी. जबकि उनके साथ चार अन्य जवान जख्मी हुए थे. शहीद की शहादत पर पत्नी माधुरी देवी से बात करने पर उन्होंने बताया कि मेरे पति दीपक सिंह हमेशा बोलते थे कि पहले देश है उसके बाद परिवार या पत्नी. मेरा देश, मेरी पहली पत्नी है. साथ ही साथ उन्होंने बताया कि मेरी एक बच्ची है और मैं 2 महीने से गर्भवती भी हूं तो इस स्थिति में मेरे आगे पीछे कोई नहीं है.
पत्नी ने सरकार से की मांग
शहीद की पत्नी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मैं मांग करती हूं कि सरकार मुझे मेरे पति के जगह पर नौकरी दें और हमारे बच्चों की भविष्य की पढ़ाई लिखाई हम लोगों की देखरेख की व्यवस्था सुनिश्चित करें. माधुरी देवी ने यह भी कहा कि मैं अपनी बेटी को भी फौज बनाऊंगी.
गोपालगंज के व्यवसायी संजय कुमार और प्रभात कुमार ने कहा कि हमें दीपक सिंह पर गर्व है और दीपक हमेशा हमारी यादों में बसे रहेंगे. आज जब दीपक कुमार सिंह का पार्थिव शव जिले में पहुंचा तो दुकानदारों ने अपनी दुकाने बंद कर दीपक को श्रद्धांजलि दी.
रिपोर्ट : शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
HIGHLIGHTS
- एनएसजी कमांडो का शव पहुंचा गोपालगंज
- बर्फबारी के दौरान हुआ था कार हादसा
- पत्नी ने सरकार से की नौकरी की मांग
Source : News State Bihar Jharkhand