हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी की फिल्म कागज रिलीज हुई है. इसमें उन्हें फाइल में मृत दिखा गया जाता है. अपने जिंदा होने के सबूत पेश करते हुए उनकी लंबी जिंदगी गुजर जाती है. कुछ ऐसा ही एक मामला बिरार के आरा जिले में सामने आया है. एक महिला को पुलिस के रिकॉर्ड में मृत दिखा दिया गया. महिला कोर्ट पहुंची और उसने कहा जज साहब, मैं जिंदा हूं. मेरे पति और बच्चे भी हैं.
दरअसल महिला को नवादा थाने की पुलिस लेकर कोर्ट पहुंची थी. महिला की दहेज के लिए हत्या कर उसके शव को गायब करने का केस दर्ज किया गया था. पुलिस मामले की जांच कर रही थी. पुलिस को जानकारी मिली कि महिला दिल्ली में रह रही है. फाइलों में मृत महिला को पुलिस ने दिल्ली से बरामद कर लिया. शुक्रवार को कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराया गया.
क्या है मामला
मृत महिला शहर की पूर्वी गुमटी के लख निवासी अरुण महतो की पत्नी शारदा देवी थी. अरुण महतो मूल रूप से पीरो थाना क्षेत्र के गोविंद टोला (बम्हवार) के रहने वाले हैं. महिला के भाई विनोद महतो की ओर से पिछले साल दिसंबर माह आरा में नवादा थाने में एफआईआर दर्द कराई गई थी. एसपी हर किशोर राय ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद मामले की गहराई से छानबीन की जा रही थी. इसी बीच उसके दिल्ली में होने की जानकारी मिली. उस आधार पर एक टीम दिल्ली गयी और महिला को जिंदा बरामद कर लिया गया.
पति सहित चार के खिलाफ दर्ज कराया गया था हत्या का केस
शारदा देवी के भाई विनोद महतो की ओर से 11 दिसंबर 2020 को नवादा थाने में दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इसमें शारदा देवी के पति के अलावा जेठ मास्टर महतो, जेठानी सरिता देवी और भतीजा विकास महतो को भी आरोपित किया गया था. मार्च 2020 में सूचना मिली कि उसकी बहन की पिटाई की गयी है. इसके अगले दिन ही उसकी हत्या कर शव गायब करने की भी सूचना मिली. इस पर वह बहन के ससुराल पहुंचा, तो वह नहीं मिली. उसके ससुराल के लोग भी गायब मिले. इसके बाद केस किया गया.
Source : News Nation Bureau