बिहार की राजनीति में अमरेंद्र सिंह धारी एक बड़ा नाम हैं और अब उनकी गिरफ्तारी से आरजेडी में हलचल बढ़ गई है. अमरेंद्र धारी सिंह को दिल्ली की विशेष अदालत में पेश किया गया था. ईडी ने अमरेंद्र धारी सिंह की 14 दिन की रिमांड मांगी थी. धारी सिंह लालू यादव के काफी करीबी माने जाते हैं. अमरेंद्र धारी सिंह एक नेता होने के साथ साथ बड़े व्यवसायी भी हैं. आरजेडी सांसद अमरेंद्र धारी सिंह(RJD MP Amrendra Dhar Singh) को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Diretorate) ने गुरूवार सुबह गिरफ्तार किया था. जिसके बाद दिल्ली के राऊज एवनयु कोर्ट ने उन्हें 10 दिन की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कस्टडी में भेज दिया. सांसद अमरेंद्र धारी सिंह की गिरफ्तारी दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी इलाके से हुई थी. नपर फर्टिलाइजर घोटाले का आरोप लगा है. अब गिरफ्तारी के बाद ईडी की टीम उनसे इस संबंध में पूछताछ करेगी.
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वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई सुनवाई के दौरान ईडी विशेष लोक अभियोजक अमित महाजन ने राज्यसभा सांसद को 14 दिन की रिमांड पर देने की मांग की. अभियोजन पक्ष ने कहा कि आरोपी सांसद से बहुत जरूरी सवाल-जवाब करने हैं, ताकि इस अनसुलझी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके. वहीं ईडी की तरफ से पेश दूसरे विशेष लोक अभियोजक नीतेश राणा ने अदालत से कहा कि आरोपी का बहुत सारे दस्तावेजों से सामना कराना है. ताकि इन दस्तावेजों से साक्ष्य एकत्रित किए जा सकें.
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बता दें कि सीबीआई ने अपनी एफआईआर में कहा है कि इफको और आईपीएल (इंडियन पोटाश लिमिटेड) ने मिलकर कई विदेशी सप्लायरों से महंगे दामों पर हजारों मीट्रिक टन फर्टिलाइजर और अन्य कच्चे माल का आयात किया. इसमें सब्सिडी के नाम पर सरकार को चूना लगा दिया था. सीबीआई ने इस मामले में 685 करोड़ के अवैध कमीशन की बात कही है. इनमें से 481 करोड़ रुपए दुबई की फर्म रेअर अर्थ ग्रुप के जरिए आने की बात कही गई है. इस मामले में सीबीआई के साथ अब ईडी की टीम भी तेजी से जांच में जुट गई है. ईडी ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
Source : News Nation Bureau