सुपौल जिले में डेंगू का एक मरीज मिलने के साथ ही सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड में रख दिया है. वहीं डेंगू से बचाव को लेकर उचित कदम उठाए जाने का निर्देश भी स्वास्थ विभाग की ओर से जारी कर दिया है. सुपौल में डेंगू फैलने से लोगों की चिंताए बढ़ गई है. बता दें कि सुपौल जिले के महेशपुर पंचायत के जीवछपुर गांव के नंबर 6 के रहने वाले अभिनंदन यादव 19 साल का बेटा सौरभ कुमार डेंगू की बीमारी से ग्रसित हो गया. बीते 7 अक्टूबर को बीमार पड़ने के उपरांत उनके पिता ने बेटे सौरभ कुमार को सुपौल सदर अस्पताल में चेकअप कराया तो यहां पता चला कि वो डेंगू बीमारी से ग्रसित है. सौरभ कुमार BA पार्ट वन का शहर के बीएसएस कॉलेज छात्र है, जो पटना में रह कर जेनरल की तैयारी कर रहा है.
डेंगू बीमारी से ग्रसित होने के बाद सौरभ कुमार को सुपौल सदर अस्पताल के डेंगू वार्ड में एडमिट कराया गया, मगर डेंगू वार्ड में मरीजों को सिर्फ रखा गया है. मरीज के परिजनों का आरोप है कि डेंगू वार्ड में कोई भी डॉक्टर रूटीन चेकअप करने के लिए नहीं जाते हैं. साथ ही डेंगू वार्ड की साफ-सफाई तक नहीं की जा रही है. ऐसे में डेंगू मरीज के परिजनों ने बेडरूम और बाथरूम को लेकर कहा कि जिस तरह साफ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, ऐसे में गंदगी और मच्छरों के काटने से हम लोग भी भयभीत हैं कि हमें भी डेंगू ना हो जाए.
हालांकि इस बाबत हमने जब स्वास्थ्य विभाग के सबसे बड़े अधिकारी सिविल सर्जन डॉ मिहिर कुमार वर्मा से सवाल किया तो उन्होंने कहा रूटीन चेकअप के लिए डॉक्टर प्रतिनियुक्त है और वह जरूर जा रहे होंगे. साफ-सफाई के सवाल पर कहा कि साफ सफाई नहीं हो रही है, इसके लिए संवेदक को हिदायत गई है.
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