बिहार में बेरोजगारी और गरीबी इस कदर बढ़ गई है कि लोग अपनी जान देने को मजबूर हो रहें हैं. उन्हें कर्ज लेना पड़ता है और जब नहीं चुका पाते तो उन्हें रोज परेशान किया जाता है जिसके बाद उनके पास मौत को गले लगाने के अलावा कोई उपाय नहीं बचता कुछ ऐसा ही दरभंगा जिले में देखने को मिला है. जहां कर्ज में डूबी एक मां ने अपने तीन बच्चों के साथ ज़हर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है. आनन-फानन में उन चारों को इलाज के लिए सीएससी में लाया गया. जहां नाजुक स्थिति देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें डीएमसीएच रेफर कर दिया। वहीं, महिला का इलाज आपातकालीन विभाग में चल रहा है और तीनों बच्चों को इलाज के लिए शिशु विभाग में भर्ती करवाया गया है.
मामला बिरौल थाना क्षेत्र के बलाठ महादलित बस्ती की है. जहां एक निजी फाइनेंस कंपनी के द्वारा बकाया राशि का भुगतान नहीं किए जाने पर गूंजे चौपाल की पत्नी फुल दाय देवी ने स्वयं कीटनाशक दवा पीने के बाद अपनी 8 वर्षीय पुत्री शिवानी कुमारी, 6 वर्षीय आशा कुमारी एवं 2 वर्ष के पुत्र जयकिशन चौपाल को भी कीटनाशक दवा पीला दी. जिसके बाद स्थिति गंभीर होने पर ग्रामीणों एवं परिजनों ने इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया.
इस मामले में पीड़िता फूल दाई देवी ने बताया कि, लोग तरह-तरह के ताने मारते थे जिस से आहत होकर हमने इस तरह का कदम उठाया है. वहीं, पीड़िता के परिजन ने बताया कि हमारी बहू ने चार जगह से लोन ले रखा था. रोज लोग उससे पैसे मांगने आते थे जिससे दुखी होकर उसने जहर खा लिया. सभी का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
रिपोर्ट - अमित कुमार
HIGHLIGHTS
. मां ने तीन बच्चों के साथ खाया जहर
. निजी फाइनेंस कंपनी से लिया था कर्ज
. रोज लोग आते थे पैसे मांगने
. सभी की हालत गंभीर
Source : News State Bihar Jharkhand