बिहार में ये वक़्त धान की रोपनी का है...किसानों के लिए ये वक़्त बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस पर उनकी रोजी रोटी टिकी होती है...शेखपुरा के जिलाधिकारी सावन कुमार ग्रामीण परिवेश से आते हैं और बिहार के गांव की दुर्दशा को लेकर वे लगातार चिंतित हैं । उस में गुणात्मक सुधार को लेकर वे सक्रिय हैं। ठोस पहल हो रही है और धीरे-धीरे असर भी दिखने लगा है। वहीं एक बार फिर गांव और खेत खलिहान की सुध जिलाधिकारी सावन कुमार ने ली और खुद लुंगी पहनकर खेत में धान रोपने के लिए उतर गए।
दरअसल जिलाधिकारी के द्वारा जिले में धान रोपनी का शुभारंभ किया जाना था। ऐसे में वे खुद जिला मुख्यालय से दूर बरबीघा प्रखंड के भदरथी गांव पहुंचे। मगर यहां उन्होंने झंडा हिला या नलकूप शुरू कर धान रोपनी की शुरुआत नही कराई, बल्कि खुद ही इस गांव में पहुंच वो खेत में प्रवेश कर गए।खास बात ये की जिलाधिकारी के साथ दूसरे पदाधिकारी भी खेत मे उतर गए...जिलाधिकारी ने खेत में हीं काफी वक्त गुजारा...
जिलाधिकारी का क्या कहना
जिलाधिकारी सावन कुमार का मानना है कि किसान हमारे अन्नदाता हैं और किसानों के देखभाल और उनके खुशहाली को लेकर हमें अपनी तरफ से भी पहल करनी चाहिए। जिले में वर्षा का अनुपात कम हो गया है , ऐसे में लोगों को धान रोपने के प्रति प्रेरित करने के लिए वे खुद धान रोपनी की शुभारंभ किए हैं। उन्होंने कहा कि किसान के खुशहाल होने से ही देश समाज और बिहार खुशहाल होगा।
मौका देख गांव के किसानों ने अपना दर्द साझा किया...उन्होंने बताया कि कैसे विद्युत विभाग उन्हें परेशान कर रहा है जिससे उन्हें खेती में परेशानी हो रही है...जिलाधिकारी ने खेत की पगडंडियों से होते हुए किसानों के साथ पूरे गांव का भ्रमण किया...
Source : Rajnish Sinha