डॉक्टर को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया जाता है. जो चिकित्सक लोगों को जिंदगी देता है. उन्हें मौत के मुंह से बाहर ले आता है. अगर वहीं, जीवन की जंग हार जाए तो आम लोग क्या करेंगे. कुछ ऐसा ही जमुई जिले में देखने को मिला है. जहां, अपने जीवन से परेशान होकर एक चिकित्सक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि वो काफी दिनों से परेशान था और उसे नशे की भी लत लग चुकी थी. नशे की हालत में ही उसने खुद की जान ले ली है.
निजी क्लीनिक चलाता था डॉक्टर
दरअसल, जमुई के झाझा थाना क्षेत्र के चितोचक गांव में बुधवार की सुबह एक चिकित्सक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. मृतक की पहचान टाउन थाना क्षेत्र के भाटचक गांव निवासी चंद्रिका मंडल का 41 वर्षीय पुत्र कन्हैया कुमार शेट्टी के रूप में की गई है. बताया जा रहा है कि कन्हैया जिले के झाझा प्रखंड अंतर्गत शक्ति घाट मोहल्ले में अपना निजी क्लीनिक चलाता था. लोगों के बीच उनका एक नाम है.
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
बुधवार की सुबह चितोचक गांव स्थित अपने आवास में उन्होंने खुद को फांसी लगा ली है. मृतक की पत्नी जया मित्रा ने बताया कि वो मानसिक रूप से कमजोर था और नशे की उसे आदत थी. नशे की हालत में ही उसने इस घटना को अंजाम दिया है. वहीं, सदर अस्पताल में जांच कर रहे चिकित्सक अभिषेक गौरव ने बताया कि मृतक के गले पर निशान से प्रतीत होता है कि उसे फांसी लगाया गया है. फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इधर घटना की जानकारी के बाद झाझा थाने और टाउन थाने की पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.
HIGHLIGHTS
- चिकित्सक ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या
- काफी दिनों से परेशान था डॉक्टर
- निजी क्लीनिक चलाता था डॉक्टर
- मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
Source : News State Bihar Jharkhand