मुजफ्फरपुर के कांटी निवासी डॉ एसपी सिंह के बेटे विवेक के की किडनैपिंग किसी और ने नहीं बल्कि उसके दोस्त और डॉक्टर के भरोसेमंद रवि द्वारा की गई थी. या फिर ये कहें कि सारे कांड का सूत्रधार रवि था. दरअसल, रवि पर बैंक का कर्ज था और उसे भरने के लिए बैंक से दवाब भी पड़ रहा था. रवि के पास इतनी रकम नहीं थी कि वह बैंक का कर्ज अदा कर सकता लिहाजा उसके मन में शैतानी विचार ने जन्म लिया और फिर उसने उसी का अपहरण पार्टी करने के बहाने बुलवाकर रास्ते से ही करवा लिया और फिरौती की रकम रखी 30 लाख रुपए.
दिनांक-17.03.2023 को संध्या में चिकित्सक डा0 सुरेश प्रसाद सिंह के इकलौता पुत्र विवेक कुमार उम्र करीब-26 वर्ष को काँटी बाजार से संध्या समय करीब 4:30 बजे अपहरणकर्ताओं द्वारा फिरौती हेतु अपहरण एवं फिरौती का रकम नही देने पर अपराधकर्मियों द्वारा चिकित्सक पुत्र विवेक कुमार को जान मारने pic.twitter.com/sgyvncQvGb
— Muzaffarpur Police (@MuzaffarpurPol3) March 18, 2023
पुलिस पूछताछ में रवि ने उगले राज
एक तरफ पुलिस दिन-दहाड़े हुई अपहरण की वारदात को लेकर स्रकिय हो चुकी थी और जगह-जगह छापेमारी कर रही थी तो दूसरी तरफ रवि खुद पीड़ित परिवार को ढांढस बंधा रहा था. पुलिस को उसके हाव-भाव पर शक हुआ. पुलिस ने रवि को डिटेन किया और जो खुलासा हुआ वह चौकाने वाला था. विवेक के अपहरण के बाद रवि ने ही वीपीएन मोड, व्हाट्सएप तथा गूगल एप के माध्यम से पीड़ित परिवार को फोन करके विवेक को छोड़ने के ऐवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी. इतना ही नहीं जब रवि पुलिस की कस्टडी में पूछताछ के लिए था तो उसके साथियों द्वारा विवेक के परिजनों से कॉल करके फिरौती की रकम देने को कही. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस को स्पष्ट पता चल गया कि ये सारा किया धरा रवि एंड कंपनी का है. मामले में पुलिस ने रवि समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और अपहरण में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियों को भी बरामद कर लिया है.
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5 साल तक डॉक्टर का किराएदार था आरोपी रवि
रवि एंड कंपनी का खुलासा होने के बाद विवेक के पिता डॉ. एसपी सिंह ने जानकारी दी कि आरोपी रवि उनके यहां 5 साल तक किराए पर रह चुका है और परिवार के करीब भी था. इतना ही नहीं रवि उनके घर खाना भी खाता था. विवेक की भी रवि से दोस्ती थी. विवेक से दोस्ती का फायदा उठाकर उनसे विवेक को पार्टी देने के लिए एक रेस्टोरेंट में बुलाया था लेकिन रास्ते में ही उसे किडनैप कर लिया गया.
रवि को छोड़ने के बदले विवेक को छोड़ने की कही बात
विवेक की मां द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पुलिस को जांच के दौरान रवि पर शक हुआ। पुलिस ने उसे देर रात करीब साढ़े 12 बजे उठाया. जैसे ही पुलिस ने रवि को हिरासत में लिया उसके बाद ही विवेक के परिजनों को फोन आया कि तुम रवि को छुड़ाओं हम विवेक को छोड़ देंगे. फोन करने वाले ने ही अपना व विवेक का लोकेशन आरा बताया था. पुलिस को सारे मामले की जानकारी हो गई और विकास को सकुशल बरामद कर लिया.
HIGHLIGHTS
- मुजफ्फरपुर में डॉक्टर के बेटे की किडनैपिंग का मामला
- लोन भरने के लिए विवेक के दोस्त ने ही की थी किडनैपिंग
- पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
- आरोपी रवि, विवेक के घर पर 5 साल तक रहा किराएदार
Source : News State Bihar Jharkhand