दहेज प्रथा को रोकने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. कई योजनाएं भी शुरू की गई है, लेकिन इन सब के बावजूद ये थमने का नाम नहीं ले रहा है. आये दिन कोई ना कोई बेटी इसका शिकार होती है. कभी उसे जिंदा जला दिया जाता है तो कभी देहज के लिए घर से निकाल दिया जाता है. ताजा मामला सुपौल से है जहां एक महिला को दहेज ना देने पर उसे घर से निकाल दिया गया है. जिसके बाद अब महिला ने न्याय की गुहार लगाई है.
4 साल पहले हुई थी शादी
घटना सुपौल जिले के भपटियाही थाना अंतर्गत छिटही हनुमाननगर पंचायत की है. पीड़ित महिला शबाना खातून ने बताया कि 4 साल पहले उसकी शादी मोहम्मद इरशाद से बड़े ही धूम धाम से हुई थी. शादी के वक्त मेरे पिता ने दहेज के रूप में दो लाख रुपए और गहने दिए थे. शादी के बाद कुछ सालों तक तो सब कुछ ठीक रहा, लेकिन मेरे बेटे के जन्म के बाद मुझे ससुराल वालों ने सताना शुरू कर दिया. मुझ से ये कहने लगे कि पांच लाख रुपये लेकर आओ तब ही यहां रहने देंगे. मेरे पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो इनकी मांग को पूरी करते. दहेज को लेकर मुझे आये दिन प्रताड़ित किया जा रहा था. ससुराल वाले मिलकर मेरे साथ मारपीट भी करते थे और कल देर रात मेरे साथ मारपीट कर मुझे घर से निकाल दिया.
5 लाख रुपए की कर रहे थे मांग
महिला ने बताया कि उसकी दो बेटियां और एक बेटा है. पति ने दोनों बेटियों को रख लिया और बेटे के साथ मुझे बाहर निकाल दिया. जिसके बाद महिला के परिजन मौके पर पहुंचे. परिजनों ने बताया कि इस मामले में पहले पंचायत बोलाई गई, लेकिन उन्होंने 5 लाख रुपए लेने के बाद ही घर में वापस रखने की बात की. जिसके बाद थक हारकर हमने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया और न्याय की गुहार लगाई है.
HIGHLIGHTS
- महिला को दहेज के लिए घर से निकाला
- 4 साल पहले हुई थी शादी
- 5 लाख रुपए की कर रहे थे मांग
- महिला ने न्याय की लगाई गुहार
Source : News State Bihar Jharkhand