बिहार में शराब बंदी कानून लागू है, लेकिन ये कानून केवल किताबों के लिए है. क्योंकि इसका राज्य में असर नजर नहीं आता है. कभी तस्कर शराब की तस्करी करते पकड़े जाते हैं तो कभी कोई शराब के नशे में झूमता कोई नजर आता है. यही नहीं कई मंत्रियों ने भी इस कानून को लेकर बेतुका बयान दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने तो यहां तक कह दिया था कि दो पैक सभी को लेने चाहिए. इससे दिन भर की थकान दूर हो जाती है. पश्चिमी चम्पारण में एक ऐसा ही मामला एक बार फिर देखने को मिला है. जहां एक अस्पताल में बीसीजी टेक्नीशियन ने शराब के नशे में डॉक्टर और कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया है.
जिले के शिकारपुर थाना क्षेत्र का ये पूरा मामला है. जहां शराब के नशे में एक बीसीजी टेक्नीशियन को दूसरी बार गिरफ्तार किया गया है. शिकारपुर पुलिस ने नरकटियागंज अनुमंडलीय अस्पताल में कार्यरत बीसीजी लैब टेक्नीशियन को शराब के नशे में गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मियों के साथ वो दुर्व्यवहार कर रहा था. इतना ही नहीं जब उसे गिरफ्तार कर थाने में लाया गया तो पुलिस अधिकारियों से भी उलझ पड़ा.
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गिरफ्तार लैब टेक्नीशियन की पहचान मोतिहारी जिला के बेलनवा गांव निवासी मदन प्रसाद के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि मदन नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है. सुबह शराब के नशे में वो अस्पताल पहुंचा और नशे में सभी के साथ दुर्व्यवहार करने लगा. जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में उत्पाद अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
रिपोर्ट : सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय
Source : News State Bihar Jharkhand