शिक्षकों की आपसी गुटबाजी के कारण जयनगर अनुमंडल मुख्यालय में स्थित यमुनाधर रुंगटा कन्या मध्य विद्यालय में 19 जनवरी से बच्चों के बीच मध्याह्न भोजन बंद है. एसडीओ कार्यलय से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित विद्यालय का ये हाल है. ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालय भगवान भरोसे हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस विद्यालय में 1022 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. शिक्षा विभाग ने 12 शिक्षकों पर पठन-पाठन की जिम्मेदारी भी सौंपी है, लेकिन शिक्षकों के गुटबाजी और सीनियर-जूनियर के चक्कर में स्कूल के मासूम बच्चे पीस रहे हैं. विद्यालय में मध्याह्न भोजन करीब 20 दिनों से बंद है.
वित्तीय प्रभार की वजह से मिड डे मिल बंद
मिड डे मिल के बंद होने की वजह जब आप जानेंगे तो चौक जाएंगे. हुआ यूं कि पूर्व के प्रभारी प्रधानाध्यापक के स्थानांतरण हो गया, लेकिन प्रभारी प्रधानाध्यापक ने स्कूल के वर्त्तमान प्रधानाध्यापक को वित्तीय प्रभार नहीं सौंपा. वो भी इसलिए कि वह पुनः उसी स्कूल में योगदान देने के लिए वापस आ जाएंगे. स्कूल में वित्तीय प्रभार नहीं मिलने पर गौतम कुमार गगन नामक शिक्षक को सिर्फ शैक्षणिक प्रभार सौंपा गया. उन्होंने बिना प्रधानाध्यापक के ही विद्यालय संचालक का कार्य करते रहे.
पूर्व प्रभारी का विद्यालय से नहीं हुआ मोह भंग
बावजूद पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा वित्तीय प्रभार नहीं देकर मध्याह्न संचालक के लिए राशि उपलब्ध करा दी जाती थी. स्थानांतरण होने के बाद भी पूर्व प्रभारी का विद्यालय से मोहभंग नहीं हुआ. यही कारण है कि अब तक विद्यालय के किसी भी शिक्षक को संपूर्ण प्रभार नहीं सौंपा गया. विद्यालय शिक्षकों की मानें तो स्कूल शीतकालीन छुट्टी के बाद स्कूल के खुलने पर तब से अब तक स्कूल में पूरी तरह से मध्याह्न भोजन बंद है. क्योंकि पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा वित्तीय प्रभार नहीं दिया गया है. जिस कारण मध्याह्न भोजन की राशि का आवंटन नहीं किया जा सका है.
इस संदर्भ में पूछे जाने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पूनम राजीव ने बताया कि प्रभार की समस्या है. सीनियर-जूनियर की लड़ाई है. तत्काल मध्याह्न भोजन बंद है. जल्द समस्या का समाधान कर मध्याह्न चालू किया जाएगा.
रिपोर्टर- प्रशांत झा
HIGHLIGHTS
- शिक्षकों की आपसी गुटबाजी में बच्चों का 'निवाला' बंद
- स्कूल में पढ़ाई भी राम भरोसे
- पूर्व प्रभारी का विद्यालय से नहीं हुआ मोह भंग
Source : News State Bihar Jharkhand