बिहार के आरा में इलाज के दौरान लापरवाही बरतने से बड़हरा के बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह के भतीजा समेत दो लोगों की मौत होने का मामला सामने आया है. इलाज के दौरान मौत होने के ये दोनों मामला अलग-अलग दो निजी क्लीनिक में हुआ. जहां इस घटना के बाद मृतक के परिजनों के द्वारा मौके पर जमकर हंगामा मचाते हुए दोनों निजी क्लीनिकों में तोड़फोड़ भी की गई. साथ ही दोनों क्लीनिक के चिकित्सकों पर मृतक के परिजनों के द्वारा मामला दर्ज कराने को लेकर थाने में आवेदन भी दिया गया है. वहीं, घटना के बाद मृतक के परिजनों का आक्रोश देख इन क्लीनिक में तैनात डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ मौके से गायब हो गए हैं.
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डॉक्टरों की लापरवाही से युवक की मौत
घटना जिले के नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा स्थित श्रीवर्धन ऑर्थो सेंटर और महावीर टोला के पास शिवालय नर्सिंग होम की है. वहीं, घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करते हुए दोनों मृतकों के परिजनों को समझा-बुझाकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया. साथ ही पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है. मिली जानकारी के अनुसार पहला मामला नवादा थाना इलाके के कतीरा स्थित श्रीवर्धन ऑर्थो नर्सिंग सेंटर की हैं. जहां गड़हनी प्रखंड के बड़ौरा गांव निवासी और बड़हरा विधानसभा के बीजेपी विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह के भतीजा मुकेश कुमार सिंह उर्फ धन्नंजय कुमार सिंह को पैर के जांघ में फैक्चर होने के बाद 18 मई को भर्ती कराया गया था.
ऑपरेशन के दौरान हुई मौत
इस दौरान चिकित्सक के द्वारा उनका ऑपरेशन किया गया और ऑपरेशन के दौरान ही उनकी मौत हो गई. इस मामले में मृतक के छोटे भाई छोटू सिंह और कुंदन बिहारी सिंह ने चिकित्सक पर लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर के द्वारा जो इलाज के नाम पर पैसे की मांग की गई थी. उसे हम लोगों ने जमा भी किया और ऑपरेशन के दौरान जब मौत हो गई. इन लोगों ने परिजनों को बताया भी नहीं और एंबुलेंस बुलाकर उन्हें ले जाने की बात कही, जो कि साफ तौर पर यह दर्शाता है कि चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ की लापरवाही से मेरे भाई की मौत हुई है. जबकि श्रीवर्धन ऑर्थो सेंटर के संचालक डॉक्टर कन्हैया सिंह ने बताया कि जब मरीज भर्ती हुआ था, तो गंभीर रूप से घायल था और मरीज की हालत काफी क्रिटिकल थी. फिर भी हम लोगों ने उसका ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन इस बीच मरीज का बीपी डाउन हो गया और पल्स भी खत्म हो गया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
दारू पीकर करते हैं ऑपरेशन
हालांकि मरीज की स्थिति की जानकारी उनके परिजनों को दे दी गई थी. फिर भी उनके कहने पर हम लोग प्रयास कर रहे थे, लेकिन पेसेंट को नहीं बचाया जा सका. इस दौरान मरीज के परिजनों को किसी ने भड़का दिया और उन लोगों के द्वारा हमारे हॉस्पिटल में तोड़फोड़ की गई. मेरे स्टाफ को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा भी गया है. वही घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर बड़हरा के बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह भी पहुंचे और चिकित्सक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग ऐसे चिकित्सक हैं, जो दारू पीकर ऑपरेशन करते हैं और उनकी जब मौत हो जाती है तो यह लोग भाग खड़े होते हैं.
HIGHLIGHTS
- डॉक्टरों की लापरवाही से युवक की मौत
- ऑपरेशन के दौरान हुई मौत
- दारू पीकर ऑपरेशन करने का लगा आरोप
Source : News State Bihar Jharkhand