बिहार में दुर्गा पूजा को लेकर भक्तों में उत्साह देखा जा रहा है. मंदिरों में आज मां कालरात्रि की पूजा की जा रही है. मुंगेर, अररिया और लखीसराय के मंदिरों में भक्तों की भीड़ देखी जा रही है. पंडालों में मां दुर्गा की अराधना की जा रही है. फारबिसगंज में भी शारदीय नवरात्र के 7वें दिन धूमधाम से पूजा की जा रही है. पट खुलते ही मां दुर्गा के दर्शन के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा. पंडालों में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के सख्त इंतजाम किया गया. पंडित गोपी रमन झा के मुताबिक महासप्तमी, महाष्टमी, महानवमी और विजयादसवीं का बड़ा महत्व है. इस दिन पूजन से भक्तों को सुख, शांति व समृद्धि मिलती है.
महारानी मंदिर में धूमधाम से पूजा
शारदीय नवरात्र का आज 7वां दिन है. आज मंदिरों और पंडालों में मां कालरात्रि के स्वरूप की पूजा की जा रही है. मुंगेर के शादीपुर दुर्गा महारानी मंदिर में भी धूमधाम से पूजा की जा रही है. नवरात्र में यहां पहली पूजा से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. भक्तों के अनुसार इस मंदिर में मां का रूप शांत होने के साथ चंचल है. जहां एक समय मां क्रोधित नजर आती है. दूसरे समय मुस्कराती हुई प्रतीत होती है. मां के इसी रूप को देखने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु मुंगेर के इस मंदिर में पहुंचते हैं.
पूजा पंडालों में भी भक्तों की भीड़
इधर लखीसराय में भी धूमधाम से पूजा की जा रही है. बड़ी दुर्गा स्थान, छोटी दुर्गा मंदिर, संसार पोखर पूजा पंडालों में भी भक्तों की भीड़ देखी जा रही है. भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गयए हैं. मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए डीएम अमरेंद्र कुमार, एसडीएम निशांत कुमार और बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता ने पंडालों का निरीक्षण किया और सभी परेशानियो को दूर करने का निर्देश दिया.
मां कालरात्रि का स्वरुप
- मां कालरात्रि का शरीर अंधकार की तरह काला है.
- मां की श्वास से आग निकलती है.
- मां के बाल बड़े और बिखरे हुए हैं.
- माता के गले में पड़ी माला बिजली की तरह चमकती है.
- मां कालरात्रि के चार हाथ तीन नेत्र हैं.
- एक हाथ में माता ने तलवार,दूसरे में लौह शस्त्र .
- और तीसरे हाथ में वरमुद्रा और चौथ हाथ अभय मुद्रा में है.
मां कालरात्रि की पूजा-विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ स्वच्छ वस्त्र धारण करें.
- मां की प्रतिमा को गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं.
- मां को लाल रंग के वस्त्र अर्पित करें.
- मां को रोली कुमकुम लगाएं.
- मां को मिष्ठान, पंच मेवा, पांच प्रकार के फल आर्पित करें.
- मां कालरात्रि को शहद का भोग अवश्य लगाएं.
- मां कालरात्रि का अधिक से अधिक ध्यान करें.
- मां की आरती भी करें.
HIGHLIGHTS
- बिहार में दुर्गा पूजा का उत्साह
- मुंगेर, अररिया और लखीसराय में सजे मंदिर
- मां कालरात्रि की पूजा-विधि
Source : News State Bihar Jharkhand