महज 3 दिन के अंदर एक बार फिर से तेज भूकंप के झटके से बिहार के साथ-साथ दिल्ली एनसीआर के लोग सहम उठे. बिहार के कई जिले में झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई है. बता दें कि भूकंप का मुख्य केंद्र नेपाल था. बिहार के सीमावर्ती जिलों में इसका तेज असर देखने को मिला. बिहार-दिल्ली एनसीआर के साथ ही यूपी में भी झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने रिपोर्ट जारी कर कहा है कि नेपाल में सोमवार शाम 16.16 बजे भूकंप आया. भूकंप की तीव्रता 5.6 रिकॉर्ड किया गया. वहीं, 3 नवंबर को देर रात में आए भूकंप का मुख्य केंद्र भी नेपाल ही थी. उस समय रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 6.4 रिकॉर्ड किया गया था. वहीं, अक्षांश 28.89 और देशांतर 82.36 दर्ज किया गया.
अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप
वैसे तो बिहार में कई बार भूकंप आ चुका है, लेकिन बिहार का अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप 15 जनवरी, 1934 में आया था. इस भूकंप में प्रदेशभर के करीब 10000 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी. इसे बिहार के इतिहास का काला दिन कहा जाता है. इस भूकंप में मुख्य रूप से प्रदेश का मुंगेर और मुज्जफरपुर जिले में तबाही का मंजर देखा गया था. उस समय भी भूकंप का केंद्र बिंदु नेपाल था. केंद्र बिंदु नेपाल के माउंट एवरेस्ट के दक्षिण में लगभग 9.5 किमी पूर्वी नेपाल में था. वहीं, भूकंप की तीव्रता 8.5 थी.
HIGHLIGHTS
- बिहार में तेज भूकंप के झटके
- भूकंप से सहमा बिहार-दिल्ली एनसीआर
- भूकंप की तीव्रता 5.6
Source : News State Bihar Jharkhand