पूर्वी चम्पारण में बाढ़ का भयंकर प्रकोप देखने को मिला है. बाढ़ में डूबकर मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. अकेले मोतिहारी में अब तक बाढ़ और पानी से डूबकर मरने वालों की संख्या 35 को पार कर गई है. जबकि राज्य सरकार और जिला प्रशासन इन आंकडों को काफी कम बता रहे हैं. पूर्वी चम्पारण में गत 8 जुलाई से मुसलाधार बारिश शुरू हुई.
बारिश के साथ ही यहां हर जगह जलजमाव हो गया और देखते ही देखते बाढ़ का प्रकोप बढ़ गया. जिसके बाद लोगों की मौत का सिलसिला शुरु हुआ. 8 जुलाई को दो बच्चों की मौत से शुरु हुआ सिलसिला आज 35 से ऊपर पहूंच गया है.
यह भी पढे़ं- लोकसभा में कांग्रेस सदस्यों ने असम, बिहार में बाढ़ की स्थिति के मुद्दे को उठाया
बाढ़ के पानी में डूबने से 34 लोगों की मौत हुई है जबकि एक की मौत बाढ़ में घर गिरने से दबकर हुई है. प्रदेश में मरने वालों की संख्या 35 से ज्यादा हो चुकी है. जबकि डीएम मात्र 14 लोगों के प्राकृतिक आपदा में मारे जाने की बात कह रहे हैं.
वहीं आज राज्य सरकार के अधिकारियों की टीम ने पूर्वी और पश्चिमी चम्पारण के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वे किया है. टीम के नेतृत्व आपदा विभाग के प्रधान सचिव ने किया. सर्वे और समीक्षा के बाद प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य में अबतक 33 लोगों की मौत हुई है. प्रधान सचिव के अनुसार पूर्वी चम्पारण का सबसे अधिक प्रभावित प्रखंड बंजरिया है. जहां राहत कार्य शुरु किये जा रहे हैं.
Source : Ranjit Pandey