बिहार में शिक्षा विभाग शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार नए-नए नियम बना रहे हैं. वहीं, प्रदेश में शिक्षा विभाग का एक्शन लगातार जारी है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक लगातार कार्रवाई करते नजर आ रहे हैं. किसी भी आदेश के उल्लंघन पर केके पाठक तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं. इसी क्रम में गोपालगंज जिले के 577 प्रिंसिपल शिक्षा विभाग के निशाने पर आ चुके हैं. दरअसल, इनकी गलती यह है कि एसीएस के आदेश के बाद भी सरकारी स्कूलों में सुरक्षित शनिवार से जुड़े कार्यक्रम का आयोजन नहीं कराया गया. जिसके बाद कार्यक्रम नहीं कराए जाने को लेकर अब शिक्षा विभाग ने स्पष्टीकरण मांगा है.
एक्शन में शिक्षा विभाग, इन प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, विभाग के पोर्टल पर रविवार तक कार्यक्रम से जुड़ी डेटा एंट्री कराने का मौका था. आंकड़े के हिसाब से जिले में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक कुल 1889 स्कूल हैं, जिसमें 1312 स्कूलों में सुरक्षित शनिवार का कार्यक्रम किया गया. इन विद्यालयों में कुल 40 हजार 405 छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. वहीं, 577 स्कूलों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया था. इस पर सर्व शिक्षा अभियान के मीडिया संभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि विभाग के 577 स्कूल के प्रिंसिपल ने आदेश की अवहेलना की है. सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम नहीं करना बहुत बड़ी लापरवाही है. जिसके बाद सभी प्रधानाध्यापकों की सूची जारी करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही अगर जवाब संतोषजनक नहीं मिलता है तो प्रधानाध्यापकों की वेतन में कटौती की जाएगी और विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
जानिए क्या है सुरक्षित शनिवार?
सुरक्षित शनिवार के अंतर्गत हर शनिवार को बच्चे स्कूलों में बिना किताब के आते हैं और स्कूल के चयनित फोकल शिक्षक की तरफ से बच्चों को समाज से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी दी जाती है. जैसे- आंधी, तूफान या आग की घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है. इसे लेकर विस्तृत जानकारी दी जाती है. साथ ही ऐसी घटनाओं का रिक्रिएशन कर बच्चों को दिखाया भी जाता है.
HIGHLIGHTS
- एक्शन में शिक्षा विभाग
- इन प्रधानाध्यापकों पर होगी कार्रवाई
- जानिए क्या है सुरक्षित शनिवार?
Source : News State Bihar Jharkhand