एक बार फिर से बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर शिक्षा मंत्री के बहाने करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के दबाव में ऐसा शिक्षा मंत्री बनाया है, जो व्यक्तिगत ईमानदारी और लोकलाज को ताक पर रख कर वर्षों से शिक्षक और मंत्री , दोनों पदों का वेतन उठा रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि मोदी ने कहा कि जिस शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के कारण बिहार को बार-बार शर्मसार होना पड़ रहा है, उन्हें अविलम्ब बर्खास्त कर उनसे अब तक के किसी एक वेतन की राशि वसूल की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि डा. चंद्रशेखर औरंगाबाद के जिस कालेज में शिक्षक के नाते वेतन ले रहे हैं, वहाँ 15 साल से पढाने भी नहीं गए.
छात्रों को क्या संदेश देना चाहते हैं नीतीश कुमार?
सुशील मोदी ने सवालिया लहजे में पूछा कि यही चंद्रशेखर थे जिनके सूटकेस से दिल्ली हवाई अड्डे पर कातूस बरामद हुआ था. ऐसे हथियार-शौकीन व्यक्ति को शिक्षा मंत्री बनाये रख कर नीतीश कुमार छात्रों को क्या संदेश देना चाहते हैं? क्या इससे बिहार का अपमान नहीं हो रहा है? उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री का पैर छूने वाले इसी शिक्षा मंत्री ने एक दीक्षांत समारोह में लोकप्रिय धर्मग्रंथ श्रीरामचरित मानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि बिहार का शिक्षा मंत्री अगर भगवान बुद्ध और भगवान महावीर को न पहचान पाये, तो इससे ज्यादा दुखद क्या होगा? सुशील मोदी ने आगे कहा कि इस बार महावीर जयंती पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने भगवान बुद्ध की तस्वीर पोस्ट कर जैनियों को बधाई दी.
HIGHLIGHTS
- सुशील मोदी ने शिक्षामंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर पर उठाए सवाल
- दो-दो जगहों से वेतन लेने का लगाया आरोप
- सीएम नीतीश कुमार पर बोला करारा हमला
- पूछा-छात्रों को क्या संदेश देना चाहते हैं नीतीश कुमार?
Source : News State Bihar Jharkhand