बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था के हालत का खमियाजा आम व्यक्ति को उठना पड़ता है. कभी उन्हें एंबुलेंस नहीं मिलती तो कभी इलाज के लिए डॉक्टर मौजूद नहीं होते और अस्पतालों की रख रखाव की तो क्या ही बात करना. बारिश के दिनों में कभी पानी भर जाता है तो मरीजों को बेड नहीं मिलता. जब से उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव सरकार में आए हैं तब से बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने की लगातार बात कर रहें हैं. उन्होंने मिशन 60 की भी शुरुआत की है, जिसके तहत अस्पतालों की सूरत बदली जा रही है. एक ऐसा ही नजारा सिवान के सदर अस्पताल में देखने को मिला है.
सिवान के सदर अस्पताल की पूरी सूरत ही बदली बदली नजर आ रही है. जब आप पहले इस सदर अस्पताल में आतें होंगे तो आपको पुरानी बिल्डिंग जिसके पेंट उड़ चुके होते थे, दीवारें काली पड़ी हुई नजर आती होंगी. कौन सा विभाग कहा ये खोजने में ही आपका समय चला जाता होगा. किस दिन कौन से डॉक्टर आएं हैं. ये भी आपको किसी और से पूछना पड़ता था, लेकिन अब यहां की हालत ही बदल गई है. नय तकनीक से पुरे अस्पताल को बनाया गया है. अब आपको यहां पुरानी दीवारें नहीं बल्कि चमचमाती दीवार, सदर अस्पताल के चाक-चौबंद साफ सुथरा रंग रोगन दिखेगा. अस्पताल परिसर के हर विभाग में डिस्प्ले के माध्यम से विभागों की जानकारी अब आपको दी जा रही है.
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वहीं, कौन से डॉक्टर कब बैठ रहे हैं उसकी भी जानकारी इस इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल बोर्ड के माध्यम आपको मिल जाएगी. अब किसी से भी पूछने की जरूरत आपको नहीं पड़ेगी. यहां तक कि अस्पताल में कौनसी दवा है या कौनसी दवा नहीं है इसकी भी जानकारी डिस्टल बोर्ड के माध्यम से आपको मिलेगी. जिले के जिलाधिकारी अमित कुमार पांडये खुद इन सभी चीजों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
रिपोर्ट : निरंजन कुमार
Source : News State Bihar Jharkhand