नियोजित शिक्षकों के मुद्दों को लेकर आज महागठबंधन दलों के नेताओं के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बैठक की. बैठक के बाद महागठबंधल दलों के नेताओं ने कहा कि आज की बैठक में सीएम नीतीश का मूड ठीक और सकारात्मक था. वो जल्द ही नियोजित शिक्षकों के हित से जुड़ा जल्द ही बड़ा फैसला लेने वाले हैं. अब नियोजित शिक्षकों ने नीतीश सरकार को कड़े लहजे में चेतावनी दी है कि 15 अगस्त तक नियोजित शिक्षकों को यदि राज्यकर्मी का दर्जा नहीं दिया जाता है तो पूरे बिहार में तालाबंदी कर दी जाएगी. नियोजित शिक्षकों ने कहा कि अब 'सकारात्मक संकेत' काफी नहीं है बल्कि 15 अगस्त 2023 तक सरकार नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी के रूप में मान्यता दे नहीं तो पूरे राज्य में तालाबंदी कर दी जाएगी.
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सीएम ने आज ही की है बैठक
बिहार में शिक्षा की अलख जगा रहे लगभग करीब साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा? ये सवाल अभी भी बना हुआ है. इसके लिए धरना, प्रदर्शन, आंदोलन, लाठीचार्ज के बाद नीतीश कुमार बैकफुट पर आयेंगे? ये भी बड़ा सवाल है. लेकिन आज इस मुद्दे पर सीएम नीतीश ने महागठबंधन के नेताओं के साथ बैठक की. बैठक में शामिल होकर बाहर निकले नेताओं ने इस ओर इशारा किया है कि नियोजित शिक्षकों को जल्द ही खुशखबरी मिलनी वाली है. महागठबंधन के नेताओं के मुताबिक, आज की बैठक में सीएम नीतीश का मूड ठीक और सकारात्मक था. वो जल्द ही नियोजित शिक्षकों के हित से जुड़ा जल्द ही बड़ा फैसला लेने वाले हैं.
बताते चलें कि बिहार के नियोजित शिक्षक बीते कई माह से आंदोलनरत हैं. राज्य सरकार नयी शिक्षक नियुक्ति नियमावली लेकर आयी है. नियमावली में शिक्षकों की भर्ती BPSC के जरिये करने का फैसला लिया गया है. BPSC के जरिये बहाल होने वाले शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएघा. सरकार ने पहले से नियुक्त शिक्षकों को भी राज्यकर्मी का दर्जा हासिल करने के लिए BPSC की परीक्षा को पास करने की भी शर्त रखी है जिसके खिलाफ शिक्षक आंदोलनरत हैं. महागठबंधन में शामिल वामपंथी पार्टियां भी खुलकर नियोजित शिक्षकों का समर्थन करती रही हैं.
बता दें कि बिहार विधानसभा के पिछले सत्र में इस मामले को लगातार उठाया गया था. लगातार मांग उठने के बाद सीएम नीतीश ने कहा था कि वे इस मसले पर महागठबंधन के नेताओं की बैठक करेंगे. आज सीएम नीतीश कुमार ने महागठबंधन के नेताओं से नियोजित शिक्षकों के मुद्दे और उनकी मांगों को लेकर चर्चा की. बैठक में सीएम नीतीश कुमार के साथ-साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, कांग्रेस, सीपीआई, माले और CPM के नेता भी मौजूद रहे. लगभग एक घंटे तक मीटिंग चली. मीटिंग के बाद महागठबंधन दलों के नेताओं द्वारा जावा किया गया है कि जल्द ही शिक्षकों की मांग पूरी होगी. सीएम नीतीश जल्द ही उनकी मांग पर निर्णय लेने वाले हैं.
HIGHLIGHTS
- बिहार के नियोजित शिक्षकों की सरकार को चेतावनी
- अब 'सकारात्मक संकेत' नहीं निर्णय चाहिए
- 15 अगस्त तक का नियोजित शिक्षकों ने दिया अल्टीमेटम
Source : News State Bihar Jharkhand