बिहार में स्वास्थ व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़ा होता नज़र आ रहा है. सूबे के सबसे बड़े अस्पताल में ये लापरवाही हुई है. जहां पांच बच्चों की मां को बंध्याकरण के बाद भी जुड़वा बच्चे हुए हैं. यह कोई काल्पनिक नही, बल्कि सौ फीसदी सच बात है. मामला सीतामढ़ी जिले के बोखड़ा प्रखंड के सौरिया गांव का है. जहां जुड़वा बच्चों के जनने के बाद से पीड़ित दंपत्ति काफी परेशान है. दंपत्ति ने सीधे डीएम को पत्र लिखकर कर स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही को लेकर मुआवजा मांगा है.
पीएचसी में कराया था बंध्याकरण का ऑपरेशन
बताया जा रहा है कि बोखड़ा प्रखंड के सौरिया गांव के जयकरण सहनी ने पीएचसी में 22 फरवरी को पत्नी मीरा देवी का बंध्याकरण ऑपरेशन कराया था. चुकी उस दौरान उसके पांच बच्चे थे और सभी बच्चों का पालन-पोषण मुश्किल भरा काम था. इस लिहाज से उसने पत्नी का बंध्याकरण करा दिया था. नौ सितंबर को लेकिन उसे जुड़वा बच्चे हुए एक पुत्र एवं एक पुत्री. इन बच्चों के जन्म के बाद दंपत्ति पर एक तरह से परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा है. दोनों यह समझ नही पा रहे है कि पहले से पांच बच्चे और अब जुड़वा बच्चे के बाद सात बच्चों का पालन पोषण कैसे करेंगे.
डीएम से मांगा है मुआवजा
पीड़ित ने डीएम एवं सीएस को आवेदन देकर बंध्याकरण ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाया है और जुड़वा बच्चों की सेवा, पालन - पोषण के लिए उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है. वहीं, पीएचसी प्रभारी डॉ संतोष ने बताया कि मामले की खबर मिली है. जांच की जा रही है. जरूरत पड़ने पर जांच के लिए टीम गठित की जाएगी. सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र लाल ने जांच करा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है.
इनपुट - आनंद बिहारी सिंह
Source : News Nation Bureau