लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच बिहार के सियासी गलियारों से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है. दरअसल, पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने JDU के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने जेडीयू पर आरोप लगाया है कि आज के समय में 90 प्रतिशत लोग JDU में घूटन महसूस कर रहे हैं. मेरा भी हाल कुछ ऐसा ही था. उन्होंने पार्टी पर खुद को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पार्टी में लगातार हमें नजरअंदाज किया जा रहा था. अब जेडीयू में हम जैसे लोगों की जरूरत नहीं रह गई है और पार्टी की बागडोर अब चंद लोगों के हाथों में है.
पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. सूबे के सीएम नीतीश कुमार को और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को उन्होंने अपने इस्तीफे की कांपी भेज दी है. मोनाजिर हसन ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में जेडीयू को दिशा से भटकी हुई पार्टी बताते हुए कहा कि जेडीयू दिशा से भटक चुकी है. वही महागठबंधन सरकार में मंत्री का वजूद नहीं रह गया है. अब पार्टी के अंदर हमारे जैसे लोगों की कोई जरूरत नहीं रह गई है. मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने आरजेडी पर भी हमला बोला, उन्होंने कहा कि बीजेपी का डर दिखाकर आरजेडी मुस्लिमों का वोट ले रही है. लोगों को नजर अंदाज किया जा रहा था और इसलिए ही मैंने जेडीयू से इस्तीफा देने का निर्णय लिया.
RJD में भी रह चुके हैं मोनाजिर हसम
बताते चलें कि पूर्व सांसद मोनाजिर हसन जेडीयू से पहले आरजेडी में भी रह चुके हैं. नीतीश कुमार ने मोनाजिर हसन को JDU में विधायक का टिकट दिया था और मंत्री भी बनाया था. बाद में 2009 में बेगूसराय से मोनाजिर हसन सांसद बने. 2014 में मोनाजिर भाजपा में चले गए थे लेकिन बीच में उनकी तबियत खराब हो गई. बीजेपी को छोड़कर वह जेडीयू में वापस आए थे और अब आज फिर से उन्होंने जेडीयू से अपना नाता तोड़ लिया है.
HIGHLIGHTS
- मोनाजिर हसन ने जेडीयू से दिया इस्तीफा
- जेडीयू पर लगाए गंभीर आरोप
- इस्तीफे के बाद आरजेडी-जेडीयू पर बोला करारा हमला
- जेडीयू से पहले बीजेपी और आरजेडी में भी रह चुके हैं हसन
Source : News State Bihar Jharkhand