छपरा के मशरख में हुए जहरीली शराब से मौत के बाद उत्पाद विभाग एक्शन मोड में है. गोपालगंज में उत्पाद विभाग की टीम के द्वारा लगातार शराब माफियाओं के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा है. रविवार को उत्पाद विभाग की टीम ने ड्रोन की सहायता से गोपालगंज और मुजफ्फरपुर सीमावर्ती के दियारा इलाके की छापेमारी की. छापेमारी कर दो शराब की भट्टियों को ध्वस्त कर उसमें आग लगाया है. वहीं, भारी मात्रा में देशी शराब, गुड़ का पास और शराब बनाने के उपकरण को ध्वस्त किया गया है. यह कार्रवाई उत्पाद विभाग की टीम ने बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के कुंद्रापुर गांव के दियरा इलाके में की है. उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के कुन्द्रापुर गांव के दियारा इलाके में अवैध शराब निर्माण की सूचना मिली थी.
सूचना के आधार पर उत्पाद विभाग टीम ने से ड्रोन के माध्यम सर्च अभियान चलाकर दो शराब की भट्टी ध्वस्त किया गया है. वहीं, 5 हजार लीटर गुड़ का पास और शराब बनाने का उपकरण में आग भी लगाया गया है. उन्होंने कहा कि जो शराब माफिया इसमें शामिल है. उनका नाम पता मालूम किया जा रहा है. उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उत्पाद विभाग के द्वारा लगातार शराब माफियाओं के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा है और आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी.
बता दें कि छपरा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत और बीमार हुए मामले का सारण पुलिस ने खुलासा किया है. मिलावटी शराब का मास्टरमाइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर को उसके चार अन्य सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया गया है. सारण एसपी ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार मास्टरमाइंड राजेश हरियाणा में कंपाउंडर का काम करता था, उसी समय उसने स्प्रिट और होमियोपैथी दवा से शराब बनाना सीखा था. जिसके बाद उसने शराब बनाने और बेचने का नेटवर्क तैयार कर उसे सप्लाई करने लगा.
HIGHLIGHTS
- एक्शन मोड में उत्पाद विभाग
- शराब माफियाओं के खिलाफ सर्च अभियान
- शराब भट्टियों को कर रहे ध्वस्त
Source : News State Bihar Jharkhand