राज्य में शराबबंदी कानून है. सरकार ने हर बिजली के खंभे पर टोल फ्री नंबर लिखकर शराब से जुड़े मामले की सूचना लोगों से टोल फ्री नंबर पर देने की बात कही है, लेकिन यही टोल फ्री नंबर एक परिवार के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. दरअसल, मामला सुपौल जिले के करजाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत बौराहा पंचायत से जुड़ा है. यहां की ग्राम कचहरी की सचिव किरण कुमारी ने उच्चाधिकारी से लिखित आवेदन देकर शिकायत की है कि उनके घर अब तक चार बार उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस द्वारा रेड किया गया है, लेकिन मिला कुछ भी नहीं है.
पुलिस को दी जाती है गलत सूचना
रात के अंधेरे में रेड किए जाने से आसपास के लोग उन्हें गलत नजर से देखने लगे हैं. जिससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा खराब हो रही है. किरण ने बताया कि उनके पति बिजली विभाग में एसबीओ है. तीनों घर से दूर अपनी ड्यूटी वाली जगहों पर ही रहते हैं. घर में किरण केवल अपनी बेटी को लेकर रहती हैं. ऐसे में रात को जब उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस छापेमारी करती है तो प्रतिष्ठा भी खराब हो रही है. किरण का आरोप है कि राजनैतिक कारणों से उत्पाद विभाग के टोल फ्री नंबर पर किसी के द्वारा गलत सूचना दे दिया जाता है कि उनके घर में शराब है. फिर उत्पाद विभाग द्वारा उसके घर पर रेड किया जाता है.
पहले भी तीन छापे में कुछ नहीं मिला
उन्होंने बताया कि 2 जून की रात भी करीब साढ़े आठ बजे फिर स्थानीय पुलिस की टीम द्वारा रेड किया गया, लेकिन उनके घर शराब की बरामदगी नहीं हुई. इससे पूर्व के तीन छापे में भी कुछ भी नहीं मिला है. बहरहाल उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस की इस तरह की कार्रवाई से किरण का पूरा परिवार परेशान है और इस बार न्याय के लिए उच्चाधिकारी का दरवाजा खटखटाया है. वहीं, थाने में भी लिखित शिकायत कर गलत सूचना के माध्यम से परेशान करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है. हालांकि उत्पाद विभाग और पुलिस के अधिकारियों कुछ भी बोलने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं. अब देखना होगा कि किरण कुमारी को कब तक न्याय मिल पाता है.
रिपोर्ट - केशव कुमार
HIGHLIGHTS
- टोल फ्री नंबर एक परिवार के लिए परेशानी का बना सबब
- स्थानीय पुलिस की छापेमारी से प्रतिष्ठा हो रही खराब
- पुलिस को दी जाती है गलत सूचना
- पहले भी तीन छापे में कुछ नहीं मिला
Source : News State Bihar Jharkhand