सारण जिले में मशरक थाना क्षेत्र के जजौली गांव में पंचायती के दौरान मारपीट में आधे दर्जन लोग जख्मी हो गए हैं. जख्मी लोगों में महिला और पुरुष दोनों शामिल हैं. सभी जख्मी लोगों का इलाज स्थानीय अस्पताल मशरख में चल रहा है. दरअसल पूरा विवाद दो पड़ोसियों के बीच के रास्ते को लेकर हुआ, उसी विवाद को लेकर मुखिया प्रतिनिधि, सरपंच प्रतिनिधि और अन्य पंचायत जनप्रतिनिधियों सभी मिलकर दोनों पक्षों के मामले को बातचीत के स्तर से सुलझाने के लिए पंचायती हो रही थी, तभी पंचायत के दौरान ही दोनों पक्ष आपस में भीड़ गए, जिसमें दोनों तरफ से मारपीट शुरू हो गई.
जनप्रतिनिधि का काम होता है कि दोनों पक्षों को शांत कराए और जब मामला उनसे नहीं सुलझे तो पुलिस को सुचना दे, लेकिन वहां मौजूद जनप्रतिनिधि बीच बचाव करने के बजाए खुद ही वहां से भाग निकले.
घटना में दोनों पक्षों से करीब आधे दर्जन महिला और पुरुष जख्मी हो गए है. जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. वहीं, पुलिस ने इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की छानबीन में जुट गई है. लेकिन ये बड़ा सवाल है कि यदि पंचायत के दौरान ही पंचायत जनप्रतिनिधियों के सामने ही मारपीट की घटना होने लगे, तो आखिर पंचायत को महत्व कैसे मिलेगा. अगर इस मामले में ऐसी संभावना पहले से थी, तो पंचायत में ग्राम कचहरी के माध्यम से पुलिस की व्यवस्था क्यों नहीं की गई.
Source : News Nation Bureau