सांसद राजीव प्रताप रूडी के कार्यालय परिसर में मिले एंबुलेंस मामले में नया मोड़ सामने आया है. जन अधिकार पार्टी (जाप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव के खिलाफ अमनौर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. यह प्राथमिकी अवतार नगर थाना क्षेत्र के धनौरा गांव के पंचायत एम्बुलेंस संचालन समन्वयक राजन कुमार सिंह ने दर्ज कराई है. प्रथिमिकी में राजन कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि पप्पू यादव कोरोना महामारी में लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए विश्व प्रभा सामुदायिक केंद्र में खड़ी एम्बुलेंस को तोड़ फोड़ की और फिर हथियार के बल पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी.
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद डीएसपी इंद्रजीत बैठा और थाना अध्यक्ष सुजीत कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की तहकीकात की. वहां उपस्थित एंबुलेंस संचालकों, कर्मियों और सांसद के कार्यकर्ताओं से पूछताछ की. सभी का आरोप था कि बिहार सरकार के लगाए गए लॉकडाउन का उलंघन करते हुए पप्पू यादव ने एसएच-73 पथ के निकट ख़ोरी पाकर गोविंद स्थित सामुदायिक केंद्र परिसर में 40 से 50 लोगों ने एक साथ प्रवेश किया और वहां गार्ड से धक्का मुक्की की और मौके पर खड़ी एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
दरअसल, छपरा पहुंचने के बाद बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एंबुलेंस खड़ी थी. इसको देखकर पप्पू यादव ने कहा कि अभी जिस तरह का माहौल है ऐसे में एंबुलेंस की जरूरत है लेकिन यहां ऐसे ही रखी गई है. इसके बाद उन्होंने ट्वीट कर दिया. पप्पू यादव ने लिखा “ बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी जी के अमनौर स्थित कार्यालय परिसर में दर्जनों एंबुलेंस बरामद! सांसद विकास निधि से खरीदा गया एंबुलेंस किसके निर्देश पर यहां छिपाकर रखा गया है, इसकी जांच हो. सारण डीएम, सिविल सर्जन यह बताएं! बीजेपी जवाब दे!”
इस मामले पर स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि कोविड मरीजों की सेवा में लगी एंबुलेंस सेवा को पप्पू यादव का अपने समर्थकों के साथ बाधित करना और सेवा में लगे कार्यकर्ताओं से भिड़ना निंदनीय अपराध है. पप्पू यादव को यह पता नहीं नहीं है कि सारण जिले में कितने एंबुलेंस का कितने ग्राम पंचायतों में परिचालन हो रहा है.
Source : Rajnish Sinha