बिहार में इन दिनों लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं. कई इलाकों में पीने का पानी नहीं मिल रहा है, तो कई जगह पर एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) के कहर से बच्चों की मौत हो रही है. वैशाली के हरिवंशपुर गांव में लोगों में पीने का पानी नहीं मिलने और बीमारी से बच्चों की मौत को लेकर गुस्सा था. वो इन दोनों मुद्दों को लेकर सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन करने के लिए उतरे, लेकिन प्रशासन ने उल्टे उनपर एफआईआर कर दिया.
ग्रामीणों के द्वारा विरोध-प्रदर्शन करने पर पुलिस ने 39 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. जिनलोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उनके रिश्तेदारों का कहना है, 'हमारे बच्चों की मौत हो गई है. हमने सड़क घेराव किया था, लेकिन प्रशासन ने हमारे खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जिन पुरुषों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, वे गांव छोड़ कर चले गए हैं. घर में केवल वहीं रोटी कमाने वाले थे.'
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बता दें कि कुछ दिन पहले जब लोक जनशक्ति पार्टी के विधायक राजकुमार शाह ग्रामीणों की स्वास्थ्य की जानकारी लेने पहुंचे तो उनका जमकर विरोध हुआ. इसके पीछे वजह यह थी कि चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर में 150 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई. जिसमें कई बच्चे वैशाली जिले के भी थे. बीमारी के इलाज के लिए लोगों के पास अच्छी सुविधा नहीं है. जिसकी वजह से ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल है.
HIGHLIGHTS
- वैशाली में पानी के लिए ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
- पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों पर दर्ज किया मामला
- वैशाली में कई बच्चों की इंसेफेलाइटिस से हुई है मौत