पहले जमीन फटी और फिर कुछ मिनटों के बाद जमीन का ये टुकड़ा गंगा में शमा गया यानि जो अभी जमीन दिख रही है. वो महज कुछ घंटों गंगा में तब्दील हो जाएगी और इसी को कटाव काटते हैं, जो कटिहार और उसके आस पास के इलाकों में हजारों एकड़ जमीन को गंगा बना चुकी है. ऐसा नहीं है कि ये कटाव सिर्फ इस साल की ही तस्वीर है. ये हर साल होती है और हर साल सैकड़ों लोगों के हजारों एकड़ जमीन को निगल लेती है. ये तस्वीर कटिहार जिले के अमदाबाद प्रखण्ड के भवानीपुर, परदियारा, चौकिया पहाड़पुर पंचायत की है. जहां गंगा नदी का कटाव का दंश झेलने को लोग मजबूर हैं.
बबूला बन्ना, मेघु टोला, झबाबू टोला में पिछले कई दिनों से भीषण कटाव जारी है. ग्रामीणों में दहशत में हैं. अबतक के 4 से 5 दिनों के कटाव में कई एकड़ जमीन कटाव के कारण गंगा नदी में समा गए हैं. ये कटाव कोई नई नहीं है. हर साल इस कटाव की वजह से सैकड़ों लोगों के घर बार उजर जाते हैं, लोग सड़कों के किनारे या कहीं दूसरी जगह अपना ठिकाना बनाने को वर्षों से मजबूर हैं. बावजूद इसके वर्षों से इसका निदान नहीं निकाला गया, उसे ही सियासतदानों की बेशर्मी कहते हैं, जहां लोग तबाह हो रहे हैं और वोट के भूखे नेता हो इंसान हाड मांस में छिपा एक वोटर से जयादा नहीं दिखता है.
अगर खुछ और दिखता तो ये तस्वीर नहीं दिखती. आज जो ये जमीन के टुकड़े की तस्वीर आप देख रहें हैं, वो कल नहीं होगा. धीरे-धीरे गांव के स्कूल, पंचायत भवन, लोगों के घर सब पानी में समां जायेगा. हम इस इलाके के लोगों की तरफ से बस यही गुजारिश करेंगे कि हो सके तो इन फट कर डूबते जमीन को बचा लीजिये. आप कुछ नहीं करेंगे, जनाब ये लोग भी मान कर बैठे हैं. इसीलिए तो जमीन को बचाने की गुहार कम, पलायन कर गांव खाली करने में लोग लग गए हैं.
Source : News Nation Bureau