बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर द्वारा रामचरित मानस के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर अभी विवाद शांत नहीं हुआ था कि अब बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने उनसे भी एक हाथ आगे निकलते हुए भगवान राम और रावण को ही काल्पनिक बता डाला. इतना ही नहीं रावण के प्रति अपना प्रेम दिखाते हुए कहा कि रावण को प्रताड़ित किया गया था. जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि रावण का कद भगवान राम से बड़ा था और रावण को प्रताड़ित किया गया था. हालांकि, जीतन राम मांझी ने ये नहीं स्पष्ट किया कि जब उनके ही मुताबिक, राम-रावण काल्पनिक थे तो रावण को किस तरह से प्रताड़ित किया गया था. वैसे ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब जीतन राम मांझी के द्वारा इस तरह का विवादित बयान दिया गया हो. आपको सोशल मीडिया व समाचार पन्नों में जीतन राम मांझी के कई ऐसे बायान सुनने, देखने व पढ़ने को मिल जाएंगे जो विवादित हैं.
1. भगवान राम को किया बदनाम
जीतन राम मांझी के सबसे ताजा विवादित बयान की चर्चा कर लेते हैं. उन्होंने भगवान राम और रावण को ही काल्पनिक बता डाला है. इतना ही नहीं रावण के प्रति अपना प्रेम दिखाते हुए कहा कि रावण को प्रताड़ित किया गया था. जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि रावण का कद भगवान राम से बड़ा था और रावण को प्रताड़ित किया गया था. जीतन राम मांझी यहीं पर नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि रावण के साथ गलत हुआ था और उन्हें प्रताड़ित किया गया था. मांझी ने तर्क दिया कि जब भी राम मुसीबत में होते थे तो उनके लिए कुछ अलौकिक सेवायें आती थीं लेकिन रावण के लिए कभी कुछ नहीं आया. इसलिए रावण राम से बड़े थे. रावण के लिए कुछ नहीं आता था. इसलिए रावण ज्यादा बड़े थे.
2. ब्राम्हणों को लेकर मांझी का विवाद बयान
सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि हम भीम राव अंबेडकर के साथ है क्योंकि हिंदू बनकर भी 75 साल से गुलाम रहे हैं. बताया कि हम मनु वादियों का विरोध करते हैं. अंबेडकर के बताए रास्ते को आगे लेकर चल रहे हैं. हमारे यहां न ठीक से पूजा कराता है और न ही खाना खाता है तो हम वैसे पंडितों का विरोध करते हैं जो मांस और शराब का सेवन करता है.
3. शराबबंदी होने से पर्यटक नहीं आते बिहार
बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी कानून लागू है लेकिन 6 साल पहले लागू हुआ शराबबंदी कानून आज भी धरातल पर पूरी तरह से लागू नहीं हो पाया है. आए दिन शराब बरामद होने की खबरें और जहरीली शराब पीकर लोगों की मरने की खबरें आती रहती हैं. इस बीच बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मांग की है कि बिहार में शराबबंदी को खत्म कर दिया जाए. इसके पीछे मांझी ने तर्क दिया है कि बिहार में शराब ना मिलने की वजह से पर्यटक नहीं आते हैं वो यूपी और झारखंड चले जाते हैं. जीतन राम मांझी यही पर नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि गया और बिहार ,में देश-विदेश से पर्यटक आ रहे हैं लेकिन, कोई भी यहां रुकता नहीं है. थोड़ी देर घूमकर सीधे बनारस और पड़ोसी राज्य झारखंड के हजारीबाग पर्यटक पहुंच जाते हैं और इस कारण राज्य सरकार को राजस्व का काफी नुकसान होता है.
4. 10 गुणा फायदा होगा शराबबंदी खत्म करने से
जीतन राम मांझी ने ये तक कह डाला था कि वो सीएम नीतीश से शराबबंदी कानून हटाने की मांग करेंगे. उन्होंने ये भी कहा था कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव जी से भी कह रहे हैं इसे समाप्त करने के लिए सीएम नीतीश कुमार से कहे. जीतन राम मांझी ने कहा कि शराब पर प्रतिबंध लगाने से बोधगया का पर्यटन घट गया है. उन्होंने तर्क दिया कि यदि यहां शराबबंदी हटेगा तो बिहार के पर्यटक बिहार में ही रुकेंगे और इससे राज्य की आय बढ़ेगी. जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी हटने से पर्यटन में 10 गुना बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि बोधगया अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल कहने से नहीं, बल्कि विदेशी मेहमानों को खाने-पीने के चीजों का इंतजाम करने से अंतर्राष्ट्रीय स्थल कहलाएगा.
ये भी पढ़ें-जीतन राम मांझी का जागा राम प्रेम, रावण को बताया राम से बड़ा, BJP-RJD ने जताया विरोध
5. पैसे के दम पर बच जाते हैं बड़े शराबी लोग
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कैमूर में एक कार्यकर्म के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शराब को यदि व्यसन के रूप में लिया जाए तो वह खराब है, लेकिन यदि इसे दवा के रूप में लिया जाए तो वह मेडिसिन का काम करता है. उन्होंने यह भी कहा कि दो पैग शराब लेना स्वास्थ्य के लिए ठीक है, लेकिन ज्यादा लेना सही नहीं है. मेरा कहना है कि शराब को व्यसन के रूप में नहीं लेना चाहिए. शराब को दवा के रूप में लेना चाहिए. रात में बड़े-बड़े लोग शराब पीते हैं. मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता. यह लोग रात में शराब पीकर सो जाते हैं तो वह प्रतिष्ठित कहे जाते हैं. हमारे यहां के लोगों को खाना मिलता नहीं है, शराब का एक पाऊच ले लेते हैं तो इधर-उधर गिरते चलते हैं तो लोग गलत बात करते हैं. हम समझाते हैं कि जैसे बड़े लोग रात को पी कर सो जाते हैं. वैसे ही तुम लोग भी करो फिर सुबह में तरोताजा होकर अपना काम करो.
मांझी ने कहा कि सरकार शराब पीने वाले को जेल भेज रही है जो अनर्थ है. हम इसका विरोध करते हैं. जो बड़े तस्कर हैं, जो लाखों लीटर शराब का व्यापार करते हैं. वह खुलेआम घूम रहा है और जो इनके शराब को पीते हैं, उसे जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो पहुंच वाले लोग हैं, वे पैसे के बल पर बच जाते हैं, यह सही नहीं है. इस तरह से गरीबों को परेशान करना गलत है.
HIGHLIGHTS
- फिर से सुर्खियों में आए जीतन राम मांझी
- इस बार राम-रावण को बता डाला काल्पनिक
- रावण को प्रताड़ित भी बता डाला
Source : News State Bihar Jharkhand