सीवान शराब कांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. मामले में अभी तक आपूर्तिकर्ता और ट्रांसपोर्टर समेत 16 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस की अलग-अलग टीमें कई इलाकों में तेजी से छापेमारी कर रही हैं. पुलिस सीवान के शराब तस्करों पर शिकंजा कस रही है. पूरे मामले पर पुलिस हेड क्वार्टर ने नजर बनाई हुई है. माना जा रहा है कि देर शाम तक मामले में कई बड़ी गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं. लकड़ी नबीगंज ओपी के दो गांवों का ये मामला है.
बिहार पुलिस द्वारा अपने ट्विटर हैंडल पर जानकारी साझा की गई है. बिहार पुलिस ने ट्वीट किया, 'कांड की गंभीरता को देखते हुए इस कांड को अपराध अनुसन्धान विभाग (मधनिषेध प्रभाग) द्वारा ग्रहण किया गया है. DIG(CID), FSL टीम के साथ घटना स्थल के लिए प्रस्थान कर गए हैं. DIG सारण क्षेत्र घटना स्थल पर कैम्प कर रहे हैं. अबतक 16 व्यक्ति गिरफ्तार किये गए हैं. अग्रतर करवाई जारी है.'
कांड की गंभीरता को देखते हुए इस कांड को अपराध अनुसन्धान विभाग(मधनिषेध प्रभाग) द्वारा ग्रहण किया गया है। DIG(CID), FSL टीम के साथ घटना स्थल के लिए प्रस्थान कर गए हैं। DIG सारण क्षेत्र घटना स्थल पर कैम्प कर रहे हैं। अबतक 16 व्यक्ति गिरफतार किये गए हैं। अग्रतर करवाई जारी है। https://t.co/NCrDEOJDnj
— Bihar Police (@bihar_police) January 23, 2023
आपको बता दें कि सीवान में 6 व्यक्तियों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है. वहीं, 12 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ गई. 10 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. जहरीली शराब से मौत की आशंका जताई जा रही है. पहले तबियत बिगड़ने के बाद 5 लोगों को सीवान के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसके बाद ये संख्या बढ़ती चली गई. वहीं, एक शव को भी सदर अस्पताल में लाया गया है. जहरीली शराब पीने से तबीयत बिगड़ने और मौत की सूचना मिल रही है, लेकिन जिला प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
ये भी पढ़ें-सत्ता के लिए सवर्ण महापुरुषों का अपमान बर्दाश्त कर रहे हैं नीतीश: सुशील मोदी
प्रशासन ने पत्रकारों को पीड़ित और परिजन से बात करने पर रोक लगा दी है. सदर अस्पताल के मुख्य गेट को भी प्रशासन ने बंद करा दिया है. अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. वहीं, इस मामले में पीजीआरओ अभिषेक चंदन ने कहा कि तबीयत कैसे बिगड़ी है इसकी अभी जानकारी नहीं है. शव के पोस्टमार्टम के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा.
छपरा में करीब 70 मौत
14-18 दिसंबर के बीच जहरीली शराब का सेवन करने से छपरा जिले में करीब 70 लोगों की मौतें हुई थी. 41 दिनों बाद एक बार बिहार में फिर जहरीली शराब से लोगों की मौतों की खबर आ रही है. छपरा के मशरख और इसुआपुर इलाके में सबसे ज्यादा मौतें हुई थी. NHRC ने संज्ञान लेते हुए जहरीली शराब से हुई मौतों की जांच कर रही है.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
इस मामले पर राजद के प्रवक्ता विजय तिवारी ने कहा है कि अनेक तरह का कानून बनाए गए हैं, लेकिन उन कानून में भी कहीं ना कहीं कुछ घटनाएं घटटी रहती हैं. बिहार में भी शराब बंदी कानून है, लेकिन फिर भी लोग चोरी-छिपे शराब का सेवन करते हैं. सरकार गंभीर है और प्रशासन के लोग भी लगे हुए हैं. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
बीजेपी ने की मुआवजे की मांग
वहीं, बीजेपी ने एक बार फिर से सरकार को इस मामले पर घेरा है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि सरकार शराबबंदी मामले में पूरी तरीके से फेल है. आए दिन इस तरीके की घटना घटती रहती है और लोगों की मौत होती है. उन्होंने सरकार से मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की.
कानून को रिव्यू करने की जरूरत
वहीं, भाजपा के एमएलसी संजय पासवान ने कहा कि यह सब नीतीश कुमार के जिद का नतीजा है. वाइन और बीयर जैसे फर्मेंटेड ड्रिंक शुरू कर दिए जाने चाहिए. गुजरात और महाराष्ट्र मॉडल को अपनाना चाहिए. लोगों की जिस तरीके से मौत हो रही है अब पूरे कानून को रिव्यू करने की जरूरत है.
HIGHLIGHTS
- सीवान शराब कांड को लेकर बड़ा अपडेट
- 5 लोगों की मौत, कई लोगों की हालत गंभीर
- अबतक 16 लोगों को किया गया गिरफ्तार
Source : News State Bihar Jharkhand