बाढ़ के मुआवजा की मांग को लेकर पूर्वी चम्पारण में पीड़ित कानून को हाथ में लेने लगे हैं. जानकारी के अनुसार शुक्रवार को पीड़ित ने मुआवजा की मांग को लेकर लाठी डंडे के साथ चिरैया प्रखंड अंचल कार्यालय पहूंचे और प्रदर्शन करने लगे. इसी बीच आक्रोशित बाढ़ पीडितों ने चिरैया के अंचलाधिकारी से बाढ़ राहत की मांग करते हुए दूर्व्यवहार शुरु किया. ग्रामीणों ने सीओं को सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. बाद में सीओं ने एक दुकान में शरण लेकर अपनी जान बचाई है. बताया गया बाढ़ग्रस्त पीड़ित मुआवजा की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. पीड़ित सम्पूर्ण गांवों को बाढ़ ग्रस्त घोषित करने की मांग करते हुए सभी को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे.
यह भी पढ़ें - राजधानी पटना सहित बिहार के अधिकांश हिस्सों में खिली धूप
गौरतलब है कि बिहार की प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी आई है, परंतु बाढ़ का प्रकोप अभी भी बना हुआ है. राज्य के 12 जिलों के अधिकांश क्षेत्रों में घरों और खेतों में बाढ़ का पानी भर गया है, जिसके कारण हजारों लोग बेघर हो गए हैं. इस बीच, बाढ़ से प्रभावित लोगों को शुक्रवार को राहत राशि भेजा जाना शुरू हो गया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के 12 जिलों के 97 प्रखंडों के 921 पंचायतों में बाढ़ का पानी फैला हुआ है, जिससे 55 लाख से ज्यादा की जनसंख्या प्रभावित है. बाढ़ से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों घर तबाह हो चुके हैं.
Source : Ranjit Pandey