बिहार की प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी आई है, परंतु बाढ़ का प्रकोप अभी भी बना हुआ है. राज्य के 12 जिलों के अधिकांश क्षेत्रों में घरों और खेतों में बाढ़ का पानी भर गया है, जिसके कारण हजारों लोग बेघर हो गए हैं. इस बीच, बाढ़ से प्रभावित लोगों को शुक्रवार को राहत राशि भेजा जाना शुरू हो गया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के 12 जिलों के 97 प्रखंडों के 921 पंचायतों में बाढ़ का पानी फैला हुआ है, जिससे 55 लाख से ज्यादा की जनसंख्या प्रभावित है. बाढ़ से अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों घर तबाह हो चुके हैं.
एक तरफ कई इलाकों में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ नए स्थानों में बाढ़ का पानी फैल रहा है. पानी कम होने से गावों को जोड़ने वाली सड़के और पुल-पुलिया बह चुके हैं. बिहार जल संसाधन विभाग के मुताबिक, बिहार में नेपाल से आने वाली कोसी नदी सहित कई नदियों के जलस्तर में शुक्रवार को कमी दर्ज की गई.
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जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि नदियों के जलस्तर में कमी आई है, परंतु अभी भी बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, अधवारा और महानंदा नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं हैं.जलसंसाधन विभाग द्वारा तटबंधों पर लगातार गश्ती करवाई जा रही है.
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आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित इलाकों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है.राहत और बचाव कार्य जारी हैं. उन्होंने बताया कि शुक्रवार से सभी आपदा पीड़ितों के खातों में सहायता राशि प्रदान की जा रही है.जिसके लिए प्रत्येक पीड़ित को छह हजार रुपये की मदद दी जा रही है.उन्होंने कहा कि पहली बार बाढ़ राहत की सहायता राशि राज्य स्तर से सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जाएगी.
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पैसा देने के पूर्व लाभार्थियों के बैंक खाते की जांच पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस प्रणाली ) से होगी और खाता जांच के बाद राज्य स्तर से ही सीधे उनके बैंक खाते में राशि भेजी जाएगी. प्रभावित इलाकों में बीमारियों के फैलने की आशंका को देखते हुए क्षेत्र के चिकित्सकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है.जहां पानी कम हुआ है, वहां ब्लीचिंग का छिड़काव हो रहा है.
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बनाए गए 130 राहत शिविरों में 1़13 लाख लोग शरण लिए हुए हैं.1,119 सामूदायिक रसोई चलाई जा रही है.अब तक 12 जिलों के 97 प्रखंडों की 921 ग्राम पंचायतों के गांवों में बाढ़ का पानी घुसा है.
Source : IANS