बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. गंडक नदी का जलस्तर बढ़कर 4 लाख 45 हजार क्यूसेक पहुंच गया है. जो निचले इलाके के लिए आफत बन गई है. वहीं, लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ी नदियां भी अपने उफान पर हैं. वहीं, अब इंडो—नेपाल बॉर्डर के झंडूवा टोला एसएसबी कैंप में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है.
लगभग आधा दर्जन जिलों में बाढ़ की स्थ्तिी बनी हुई है. गंडक नदी के जल स्तर के वृद्धि के बाद पश्चिम चंपारण , पूर्वी चंपारण ,गोपालगंज, छपरा, सहित उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिलामें लोगों पर आफत बना जाएगा. नेपाल के पानी से बिहार में तबाही मच जाएगी. नेपाल के तराई इलाको में लगातार बारिश के बाद गंडक नदी के जल स्तर में भारी वृद्धि हो रही है.
टाइगर रिजर्व में भरा पानी
गंडक नदी के साथ-साथ वाल्मिकी टाइगर रिजर्व के कई हिस्सों में पानी भरने लगा है. बगहा मुख्य मार्ग पर हरदिया चाती के पास 2 फीट पानी बहने लगा है. रामनगर प्रखंड के जोगिया पंचायत के शेरवा गांव में मसान नदी के बांध टूटने से ग्रामीणों में अफरा तफ़री मची हुई है. अब तक लगभग 15 घरों में पानी घुस चुका है.
आवागमन हुई ठप
हरनाटांड और नौरंगिया दोनों सड़कों पर जगह-जगह नदियों का पानी फैलने से दोनों क्षेत्र के गांवों से अनुमंडल मुख्यालय के लिए आवागमन ठप हो गया है. आपको बता दे कि, इन पहाड़ी नदियों का पानी वनवर्ती गांवों में भी फैलने लगा है. इसके साथ ही बगहा के आसपास के क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है.
गोपालगंज में भी बाढ़ की संभावना
वहीं, दूसरी तरफ गोपालगंज में भी एक बार फिर बाढ़ की संभावना बढ़ गई है. बाल्मीकि नगर बराज से आज 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. यह पानी अगले 24 घंटे में गोपालगंज में पहुंच जाएगा. जिससे गोपालगंज जिले के 06 प्रखंड कुचायकोट,गोपालगंज, मांझा ,बरौली ,सिधवलिया और बैकुंठपुर के निचले इलाके में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
प्रशासन ने हाई अलर्ट किया जारी
गोपालगंज जिला प्रशासन के द्वारा संभावित बाढ़ की आशंका को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. जिला प्रशासन के द्वारा लगातार माइकिंग कराई जा रही है. माइक के जरिए अनाउंसमेंट कर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है.
Source : News State Bihar Jharkhand