बिहार में फ्लोर टेस्ट के दौरान खेल होता नजर आ रहा है. महागठबंधन को झटका लगते हुए विधानसभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को स्पीकर के पद से हटा दिया गया है. वहीं, अब नीतीश सरकार फ्लोर टेस्ट में बहुमत पेश करेगी. बता दें कि 28 जनवरी को जैसे ही बिहार में एनडीए की वापसी हुई, वैसे ही वर्तमान अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया. जिस पर 128 विधायकों ने हस्ताक्षर पत्र पर हस्ताक्षर कर विधानसभा सचिव को सौंप दिया था.
अवध बिहारी को स्पीकर पद से हटाया गया
आपको बता दें कि फ्लोर टेस्ट से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने खेल करने की बात कही थी और ऐसा माना जा रहा था कि एनडीए की सरकार को गिराने के लिए आरजेडी ने प्लान बना लिया है. वहीं, दो दिन से तेजस्वी यादव के आवास पर आरजेडी विधायकों को नजरबंद कर दिया गया था और यह भी कहा जा रहा था कि फ्लोर टेस्ट में जेडीयू और बीजेपी के कई विधायक सदन में नहीं आएंगे.
बिहार में फ्लोर टेस्ट
आपको बता दें कि फ्लोर टेस्ट से पहले दो दिवसीय दौरे पर नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे थे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात थी. पीएम के अलावा नीतीश कुमार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा से भी मुलाकात की और बिहार की राजनीति को लेकर चर्चा की. फ्लोर टेस्ट से पहले एनडीए नेता कह चुके हैं कि हम लोगों को कोई दिक्कत नहीं है. हम सब सदन में जाएंगे और सदन में पहुंचते ही जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि आज सिर्फ दो चीजें ही होंगी या तो स्पीकर साहब को हटा दिया जाएगा या फिर उन्हें हटना पड़ेगा. हमारे सभी विधायक हमारे संपर्क में हैं.
आरजेडी विधायक ने थामा एनडीए का हाथ
दूसरी तरफ महागठबंध को झटका देते हुए उनकी पार्टी के दो विधायक चेतन आनंद और नीलम देवी ने एनडीए का हाथ थाम लिया. दोनों ही सत्ता पक्ष के साथ बैठे नजर आए. इसके साथ ही आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने बयान जारी करते हुए बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं, सदन में तेजस्वी यादव ने कार्यवाही शुरू होते ही नीतीश कुमार पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- बिहार में फ्लोर टेस्ट
- महागठबंधन को लगा झटका
- अवध बिहारी को स्पीकर पद से हटाया
Source : News State Bihar Jharkhand